ETV Bharat / state

'पंजाब के किसानों को कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ करना चाहिए प्रदर्शन'

राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि कानून और किसान आंदोलन को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि काले कानून बोलकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है.

Ramchandra Jangra Rajya Sabha MP
Ramchandra Jangra Rajya Sabha MP
author img

By

Published : Feb 7, 2021, 11:22 AM IST

Updated : Feb 7, 2021, 11:35 AM IST

गोहाना: हरियाणा बीजेपी से राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि राज्यसभा के अंदर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने पूछा था कि तीन कृषि कानून वापस क्यों हो? इन कानूनों में काला क्या है? तब तो कोई भी विपक्ष का नेता नहीं बता पाया कि ये कानून काले कैसे हैं.

रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि काले कानून बोलकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि तीनों कानून किसानों के हित में है. इससे किसानों की आय पहले से ज्यादा होगी. किसान अब अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र है.

राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि कानून और किसान आंदोलन को लेकर प्रतिक्रिया दी है

रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बयान पर कहा कि पंजाब का जो कृषि कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का एक्ट बना है उसमें किसी भी किसान को गिरफ्तार किया जा सकता है. अगर वो कॉन्ट्रेक्ट तोड़ता है तो उसको 8 लाख रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है. जबकि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को राहत दी गई है.

ये भी पढ़ें- चक्का जाम के बाद अब महापंचायत की बारी, भिवानी के कितलाना टोल पहुंचेंगे राकेश टिकैत

इन कानून में लिखा गया है कि जब चाहे किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का कॉन्ट्रेक्ट तोड़ सकता है, लेकिन कंपनी किसान के साथ बाउंड रहेगी. किसान फ्री रहेगा. उसके ऊपर कोई जुर्माना या एफआईआर दर्ज नहीं होगी. कृषि मंत्री का यही कहना है कि उल्टी गंगा पहाड़ पर बहे. जितने भी हमारे पंजाब के सिख भाई हैं. वो पंजाब के अंदर तो पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ आंदोलन नहीं कर रहे. गुमराह होकर दिल्ली में आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार किसानों को हर मामले में राहत देने का काम कर रही है.

गोहाना: हरियाणा बीजेपी से राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि राज्यसभा के अंदर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने पूछा था कि तीन कृषि कानून वापस क्यों हो? इन कानूनों में काला क्या है? तब तो कोई भी विपक्ष का नेता नहीं बता पाया कि ये कानून काले कैसे हैं.

रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि काले कानून बोलकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि तीनों कानून किसानों के हित में है. इससे किसानों की आय पहले से ज्यादा होगी. किसान अब अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र है.

राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि कानून और किसान आंदोलन को लेकर प्रतिक्रिया दी है

रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बयान पर कहा कि पंजाब का जो कृषि कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का एक्ट बना है उसमें किसी भी किसान को गिरफ्तार किया जा सकता है. अगर वो कॉन्ट्रेक्ट तोड़ता है तो उसको 8 लाख रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है. जबकि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को राहत दी गई है.

ये भी पढ़ें- चक्का जाम के बाद अब महापंचायत की बारी, भिवानी के कितलाना टोल पहुंचेंगे राकेश टिकैत

इन कानून में लिखा गया है कि जब चाहे किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का कॉन्ट्रेक्ट तोड़ सकता है, लेकिन कंपनी किसान के साथ बाउंड रहेगी. किसान फ्री रहेगा. उसके ऊपर कोई जुर्माना या एफआईआर दर्ज नहीं होगी. कृषि मंत्री का यही कहना है कि उल्टी गंगा पहाड़ पर बहे. जितने भी हमारे पंजाब के सिख भाई हैं. वो पंजाब के अंदर तो पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ आंदोलन नहीं कर रहे. गुमराह होकर दिल्ली में आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार किसानों को हर मामले में राहत देने का काम कर रही है.

Last Updated : Feb 7, 2021, 11:35 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.