गोहाना: हरियाणा बीजेपी से राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि राज्यसभा के अंदर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने पूछा था कि तीन कृषि कानून वापस क्यों हो? इन कानूनों में काला क्या है? तब तो कोई भी विपक्ष का नेता नहीं बता पाया कि ये कानून काले कैसे हैं.
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि काले कानून बोलकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि तीनों कानून किसानों के हित में है. इससे किसानों की आय पहले से ज्यादा होगी. किसान अब अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र है.
रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बयान पर कहा कि पंजाब का जो कृषि कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का एक्ट बना है उसमें किसी भी किसान को गिरफ्तार किया जा सकता है. अगर वो कॉन्ट्रेक्ट तोड़ता है तो उसको 8 लाख रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है. जबकि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को राहत दी गई है.
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इन कानून में लिखा गया है कि जब चाहे किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का कॉन्ट्रेक्ट तोड़ सकता है, लेकिन कंपनी किसान के साथ बाउंड रहेगी. किसान फ्री रहेगा. उसके ऊपर कोई जुर्माना या एफआईआर दर्ज नहीं होगी. कृषि मंत्री का यही कहना है कि उल्टी गंगा पहाड़ पर बहे. जितने भी हमारे पंजाब के सिख भाई हैं. वो पंजाब के अंदर तो पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ आंदोलन नहीं कर रहे. गुमराह होकर दिल्ली में आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार किसानों को हर मामले में राहत देने का काम कर रही है.