चरखी दादरी: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के निर्देश पर चरखी दादरी डीसी मुनीश शर्मा, एसपी सहित जिले के आला अधिकारियों के साथ जिले के गांव रानीला पहुंचे. गांव में रात्रि ठहराव कर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष अलग-अलग समस्याएं रखी. डीसी ने ग्रामीणों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है. भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान दादरी जिले में रात के समय समस्याएं सुनने का ये पहला कार्यक्रम है.
सीएम का निर्देश-गांवों में रात बिताएं और समस्या सुलझाएंः बता दें कि सीएम की ओर से जिला उपायुक्तों को बड़े गांवों में रात्रि ठहराव कर समस्याएं सुनने के निर्देश दिए गए थे. उसी के तहत जिले के गांव रानीला में रात्रि ठहराव कर समस्या सुनने का कार्यक्रम निश्चित किया गया था. इसके लिए चरखी दादरी डीसी ने एसपी, एडीसी, एसडीएम, जिला परिषद सीईओ सहित दो दर्जन से अधिक अधिकारियों को मंगलवार रात रानीला गांव में पहुंचने के लिए पत्र जारी कर निर्देश दिए थे. इसी के तहत डीसी, एसपी, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी रानीला गांव पहुंचे और लोगों की समस्याओं को सुना.
ग्रामीणों की समस्या से अवगत हुए अधिकारीः कड़कड़ाती ठंड के बावजूद लोग अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों के समक्ष पहुंचे और समाधान की गुहार लगाई. इस दौरान ग्रामीणों ने पेयजल, नहरी पानी, जलभराव, लाइब्रेरी, गली निर्माण, बिजली की किल्लत, नशा सहित अन्य समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया.
अधिकारी बोले जल्द होगा समाधानः अधिकारियों ने समस्याएं सुनने के बाद समाधान का आश्वासन दिया है. चरखी दादरी डीसी मुनीश शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों ने काफी समस्याएं उनके सामने रखी है. कुछ समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा. वहीं कुछ समस्याएं बड़ी हैं, जिनका एस्टीमेट तैयार कर अमलीजामा पहनाने में दो से ढाई महीने का समय लगेगा.
पानी मे टीडीएस की मात्रा से परेशान हैं ग्रामीणः डीसी के समक्ष ग्रामीणों ने कहा कि "साहब पानी मे टीडीएस की मात्रा काफी अधिक है जिससे लोग बीमार हो रहे है." ग्रामीणों ने इससे बचने के लिए पेयजल के उचित प्रबंध की मांग की है. इसके अलावा गांव में पांच जोहड़ होने के बावजूद जलभराव की समस्या बनी रहती है. ग्रामीण की ओर से पानी निकासी के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई.