सोनीपत: डॉक्टर अंबुज जैन पर आरोप है कि वह कैंसर पीडि़तों की मौत के बाद उसे हादसा दिखाने के लिए पोस्टमार्टम करता था. वो एक पोस्टमार्टम के लिए डेढ़ लाख रुपये लेता था. आरोपी को हिमाचल के नाहन से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी की गिरफ्तारी से सामान्य अस्पताल के सात डाक्टरों पर संलिप्तता का शक गहरा गया है . साथ ही डॉक्टर सोनीपत के साथ ही रोहतक और बहादुरगढ़ के डाक्टरों से भी इसके लिए सेटिंग करता था.
दरअसल एक बीमा कंपनी के पदाधिकारी ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी थी कि कुछ लोग कैंसर पीड़ित की मौत के बाद उसे सडक़ हादसा दिखाकर करोड़ों रुपये का क्लेम हड़प लेते हैं, जिस पर एसटीएफ की सोनीपत इकाई ने 19 अप्रैल को गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा था, जिसमें सरगना गांव सेवली निवासी पवन, रिंढाना निवासी मोहित और गुमाना निवासी विकास शामिल था.
आरोपी अंबुज जैन की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की पूछताछ में सामने आया है कि वो एक पोस्टमार्टम के लिए डेढ़ लाख रुपये लेता था. सरगना पवन से डॉक्टर अंबुज जैन के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर प्रदीप ने डील की थी. उसके माध्यम से ही रुपये लिए जाते थे. डाक्टर की गिरफ्तारी के बाद सामान्य अस्पताल के सात डाक्टरों पर शक गहरा गया है. पुलिस उनकी भूमिका का पता लगा रही है.
एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि आरोपी अंबुज जैन ने सोनीपत के डाक्टरों के साथ ही कैंसर पीडि़तों की मौत के बाद उसे हादसा दिखाने को रोहतक और बहादुरगढ़ के डाक्टरों से सेटिंग कराई थी. पुलिस टीम अब उन डाक्टरों का भी पता लगाएगी. रिमांड के दौरान उन डाक्टरों के नाम सामने लाने के साथ ही पोस्टमार्टम के बदले ली गई रकम को भी बरामद किया जाएगा.