सोनीपत: जिले में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़कर 35 से ज्यादा हो गया है. सोनीपत के गुमड़ गांव में ही जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई है. जिसके बाद राज्य की राजनीति गर्म हो गई है.
खरखौदा के विधायक जयवीर सिंह ने सरकार से मांग की है कि नकली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए. विधायक का कहना है कि नकली शराब का गैरकानूनी धंधा जिस प्रकार से फल-फूल रहा है. ये सरकार के नाकामियों को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन की मिलीभगत के बगैर इस प्रकार से शराब का अवैध कारोबार होना मुमकिन नहीं है. कहीं ना कहीं इस धंधे के तार सरकार व प्रशासन से जुड़े हुए हैं.
लोग मरते रहे, प्रशासन सोती रही: जयवीर सिंह
जयवीर सिंह ने कहा कि जिले में इतनी मौतें होने के बाद प्रशासन व सरकार द्वारा नकली शराब बनाने वाले लोगों पर कार्रवाई शुरू की गई, अगर सरकार या प्रशासन नकली शराब बनाने वालों पर पहले से ही नजर बनाकर रखती और कार्रवाई की जाती. तो इतने लोगों की जान जाने से बच सकती थी, लेकिन सरकार व प्रशासन चैन की नींद सोते रहे और करीब 30 लोगों की मौत नकली शराब के चलते हो गई.
मृतकों के परिजनों को दिया जाए 25 लाख का मुआवजा
विधायक जयवीर सिंह का कहना है कि वो शराब पीने से मरने वाले लोगों के परिजनों से अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. वही सरकार से भी मांग करते हैं कि वो मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का काम करें. ताकि इन परिवारों का ठीक प्रकार से पालन पोषण हो सके. वहीं नकली शराब का धंधा जिस प्रकार से उभकर सामने आया है. ये सरकार व प्रशासन की नाकामियों को दर्शाने का काम करता है. उन्होंने मांग की कि जहरीली शराब बनाने के कारोबारियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
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बता दें कि सोनीपत जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. अभी भी कई अन्य व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है. इसी तरह का एक मामला पानीपत जिले में भी मिला है. जहां लगभग आधा दर्जन व्यक्तियों की भी जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है.