सोनीपत: कृषि कानून के विरोध में 14 दिन से किसान सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं. खाने-पीने की व्यवस्था के बीच किसान रागनियों को जरिए वक्त बिता रहे हैं. गोहाना के शामड़ी गांव के किसान रागनी गा कर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.
किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी बात नहीं मानेगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. किसानों ने कहा कि रागनी हरियाणावी संस्कृति को संजोए हुए हैं. इसके जरिए वो बुराई को लोगों के सामने रखते हैं.
किसानों ने कहा कि अब कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज रागनी के जरिए उठा रहे हैं. उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि जल्द ही उनकों किसानों की बात मान लेनी चाहिए और तीनों कानूनों को रद्द कर देना चाहिए.