फरीदाबाद: इन दिनों हरियाणा के दो मंत्रियों का एक वीडियो खूब सुर्खियां बटोर रहा है. प्रदेश के राजस्व मंत्री विपुल गोयल और खाद आपूर्ति मंत्री राजेश नागर मिलकर शोले फिल्म के गीत "ये दोस्ती हम नहीं तोडेंगे" गा रहे हैं. इसका वीडियो सामने आया है. वीडियो में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि गाने में दोनों मंत्रियों जुगलबंदी कर रहे हैं. लोगों को उनका वीडियो और गाने का अंदाज बेहद पसंद आ रहा है.
हरियाणा के मंत्रियों की जुगलबंदी: दरअसल, फरीदाबाद के सेक्टर 21 स्थित जिमखाना क्लब में एक कार्यक्रम का आयोजन खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने किया था. इस आयोजन में उन्होंने राजस्व मंत्री विपुल गोयल और खेल मंत्री गौरव गौतम को भी बुलाया था, लेकिन गौरव गौतम इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए. हालांकि विपुल गोयल इस कार्यक्रम में पहुंचे. जैसी मंत्री विपुल गोयल मंच पर पहुंचे, मंत्री राजेश नागर अपने हाथों में माइक लेकर शोले फिल्म का गाना गाने लगे. इस दौरान विपुल गोयल भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने भी जुगलबंदी शुरू कर दी.
काफी सुर्खियां बटोर रहा दोनों का वीडियो: दोनों का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया है. अब ये वीडियो काफी सुर्खियां बटोर रहा है. लोग दोनों के गायकी और जुगलबंदी की खूब तारीफ कर रहे हैं. दोनों मंत्री का गाने का अंदाज देख लोग भी हैरान रह गए. गाने की जुगलबंदी करते हुए दोनों मंत्री काफी खुश नजर आ रहे हैं. हालांकि दोनों मंत्री की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है. दोनों मंत्री काफी पुराने दोस्त हैं. जब भी उन्हें मौका मिलता है, दोनों एक साथ कई जगहों पर देखे जाते हैं.
पहले भी करीबी थे दोनों मंत्री: साल 2014 विधानसभा चुनाव में विपुल गोयल पहली बार विधायक चुने गए. मनोहर लाल की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया. उस दौरान भी राजेश नगर विपुल गोयल के सबसे करीबी साथियों में से एक थे. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में विपुल गोयल का टिकट काट दिया गया. उनकी जगह पर नरेंद्र गुप्ता को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया. हालांकि दूसरी ओर राजेश नागर को भी टिकट मिला. वह चुनाव जीते लेकिन मंत्री नहीं बन पाए. इधर टिकट कटने के बावजूद भी विपुल गोयल बीजेपी में रहकर बीजेपी के लिए काम करते रहे.
इस कारण हो रही चर्चा: अब एक बार फिर साल 2024 के विधानसभा चुनाव में विपुल गोयल को टिकट मिला. राजेश नागर को भी बीजेपी ने टिकट दिया. दोनों ही भारी अंतर से जीतकर विधायक चुने गए. इसके बाद दोनों को मंत्री बनाया गया. मंत्री बनने के बाद विपुल को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से मुलाकात करने गए. हालांकि राजेश नागर नहीं पहुंचे. इसकी चर्चा सियासी गलियारों में जमकर हुई थी. दोनों मंत्री केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णा गुर्जर के खेमे से बाहर के बताए जाते हैं. यही वजह है कि इस वीडियो के सामने आने से फिर से इस पर चर्चा तेज हो चुकी है.
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