सोनीपतः तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर लगातार किसानों का प्रदर्शन जारी है और सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने अब किसान भवन का निर्माण कर दिया है. जिसमें युवा किसान बैठ कर आगे की रणनीति बनाते हैं.
जिस पराली को लेकर लगातार दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की सरकारों में आपस में लड़ती रहती हैं उसी पराली से अब किसान अलग-अलग तरह की व्यवस्थाएं सिंघु बॉर्डर पर कर रहे हैं. किसानों ने पराली से सोनीपत सिंघु बॉर्डर पर किसान भवन बनाया है और इसमें किसान बैठ कर आगे की रणनीति बनाते हैं.
ये भी पढ़ेंः सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने बनाया अस्थाई अस्पताल, जानिए क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध
इस किसान भवन को रूपरेखा देने वाले पानीपत के रहने वाले विजय नाम के एक शख्स ने बताया कि जिस पराली को लेकर लगातार दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की सरकारों में ठनी रहती है उसी से हमने ये बनाया है क्योंकि किसान पराली नहीं जलाता, यह तो केवल भ्रम है और ज्यादा प्रदूषण तो उद्योग कर रहे हैं.
किसान भवन में ये सुविधाएं ?
किसान भवन को बांस और पराली से तैयार किया गया है जिसमें कई गद्दे हैं जिन पर दिन में किसान बैठकर आंदोलन की रणनीति बनाते हैं और रात को उसी में सोते हैं.