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ओलंपिक में दांव दिखाएगी हरियाणा की ये बेटी, परिवार ने कहा- मेडल पक्का

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Published : Apr 11, 2021, 4:48 PM IST

सोनम मलिक ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है. जिसके बाद उनके गांव मदीना में खुशी का माहौल बना हुआ है. परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने सोनम के पिता राजेंद्र, माता मीना और कोच अजमेर मलिक से खास बातचीत की.

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ओलंपिक में दांव दिखाएगी हरियाणा की ये बेटी

सोनीपत: गोहाना की सोनम मलिक ने कुश्ती में एशियन ओलंपिक क्वालीफाई कर के फाइनल में पहुंचकर टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल कर लिया है. 18 वर्षीय सोनम ऐसा करने वाली देश की सबसे कम उम्र की पहलवान बन गई हैं. वो 2 साल में 4 बार ट्रायल मुकाबलों में 2016 की ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को हरा चुकी हैं.

टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई करने के बाद सोनम के गांव मदीना में खुशी का माहौल बना हुआ है. परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने सोनम के पिता राजेंद्र, माता मीना और कोच अजमेर मलिक से खास बातचीत की.

सोनम मलिक के परिवार से खास बातचीत

सोनम मलिक के पिता राजेंद्र कुमार ने कहा कि सोनम मलिक ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है, उसके लिए खुशी है और पूरे गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है. बस अब यही कामना करते हैं कि टोक्यो ओलंपिक में वो मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन करें. उन्होंने बताया कि सोनम मलिक बचपन से ही कुश्ती की शौकीन थीं, इसलिए वो शुरू से ही कुश्ती करती आई हैं.

ये भी पढ़िए: राष्ट्रीय सीनियर महिला कुश्ती चैंपियनशिप: पहलवान सोनम ने साक्षी मलिक को हराया

जब सोनम मलिक के कोच अजमेर मलिक ने बात की गई तो उन्होंने बताया कि सोनम 10 साल की थीं, जब वो उनकी अकेडमी में आई थीं तब से ही अकेडमी में रहकर उन्होंने प्रेक्टिस की है. देसी अंदाज में उन्होंने कुश्ती लड़ना सिखना शुरू किया और वो बचपन से लड़कों के साथ मैच करती आई हैं.

ये भी पढ़िए: साक्षी मलिक को हराने वाली सोनम के पिता को बेटी से ओलंपिक मेडल की उम्मीद

सोनम की मां मीना देवी ने कहा कि बचपन से ही सोनम को कुश्ती लड़ने का शौक था, इसलिए मैंने भी कभी मना नहीं किया. गांव में लोग बोलते थे कि लड़की को किस तरह के कपड़े पहना रहे हो, लेकिन हमने कभी भी किसी की बात नहीं सुनी और उसका गेम जारी रखा. आज उसी की मेहनत है कि आज मेरी बेटी ने ये मुकाम हासिल किया है. सोनम के साथ सोनम के पिता और भाई भी कुश्ती के खिलाड़ी हैं. वहीं से उसने कुश्ती लड़ने के लिए सीख मिली है.

ये भी पढ़िए: एशियन चैंपियनशिप जीत के बाद मिलेगा ओलंपिक का टिकट: सोनम मलिक

बता दें कि 62 किग्रा कैटेगरी में सोनम मलिक ने सेमीफाइनल में कजाखस्तान की अयाउल्म केसीमोवा को 9-6 से हराया है. एक समय सोनम 0-6 से पीछे चल रही थीं. इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और लगातर 9 अंक बनाकर मुकाबला जीता. इससे पहले चयन ट्रायल में 18 साल की सोनम ने लगातार चौथी बार रियो ओलंपिक कांस्य पदक साक्षी मलिक मात दी थी. उन्होंने ट्रायल के मुकाबले में 8-7 से जीत दर्ज की थी.

सोनीपत: गोहाना की सोनम मलिक ने कुश्ती में एशियन ओलंपिक क्वालीफाई कर के फाइनल में पहुंचकर टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल कर लिया है. 18 वर्षीय सोनम ऐसा करने वाली देश की सबसे कम उम्र की पहलवान बन गई हैं. वो 2 साल में 4 बार ट्रायल मुकाबलों में 2016 की ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को हरा चुकी हैं.

टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई करने के बाद सोनम के गांव मदीना में खुशी का माहौल बना हुआ है. परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने सोनम के पिता राजेंद्र, माता मीना और कोच अजमेर मलिक से खास बातचीत की.

सोनम मलिक के परिवार से खास बातचीत

सोनम मलिक के पिता राजेंद्र कुमार ने कहा कि सोनम मलिक ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है, उसके लिए खुशी है और पूरे गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है. बस अब यही कामना करते हैं कि टोक्यो ओलंपिक में वो मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन करें. उन्होंने बताया कि सोनम मलिक बचपन से ही कुश्ती की शौकीन थीं, इसलिए वो शुरू से ही कुश्ती करती आई हैं.

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जब सोनम मलिक के कोच अजमेर मलिक ने बात की गई तो उन्होंने बताया कि सोनम 10 साल की थीं, जब वो उनकी अकेडमी में आई थीं तब से ही अकेडमी में रहकर उन्होंने प्रेक्टिस की है. देसी अंदाज में उन्होंने कुश्ती लड़ना सिखना शुरू किया और वो बचपन से लड़कों के साथ मैच करती आई हैं.

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सोनम की मां मीना देवी ने कहा कि बचपन से ही सोनम को कुश्ती लड़ने का शौक था, इसलिए मैंने भी कभी मना नहीं किया. गांव में लोग बोलते थे कि लड़की को किस तरह के कपड़े पहना रहे हो, लेकिन हमने कभी भी किसी की बात नहीं सुनी और उसका गेम जारी रखा. आज उसी की मेहनत है कि आज मेरी बेटी ने ये मुकाम हासिल किया है. सोनम के साथ सोनम के पिता और भाई भी कुश्ती के खिलाड़ी हैं. वहीं से उसने कुश्ती लड़ने के लिए सीख मिली है.

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बता दें कि 62 किग्रा कैटेगरी में सोनम मलिक ने सेमीफाइनल में कजाखस्तान की अयाउल्म केसीमोवा को 9-6 से हराया है. एक समय सोनम 0-6 से पीछे चल रही थीं. इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और लगातर 9 अंक बनाकर मुकाबला जीता. इससे पहले चयन ट्रायल में 18 साल की सोनम ने लगातार चौथी बार रियो ओलंपिक कांस्य पदक साक्षी मलिक मात दी थी. उन्होंने ट्रायल के मुकाबले में 8-7 से जीत दर्ज की थी.

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