सोनीपत: दो गुटों में झगड़े के बाद बुजुर्ग की मौत मामले में सोनीपत पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इनमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. अब परिजनों की मांग है कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वो बुजुर्ग बलवान का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. बता दें कि गुमड़ गांव सोनीपत में घर के सामने बैठने को लेकर दो गुटों में कहासुनी हो गई थी. देखते ही देखते ये कहा सुनी विवाद में बदल गई.
छोटी सी बात को लेकर दोनों गुटों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले. जिसमें बुजुर्ग की मौत हो गई. इस विवाद में सात लोग घायल भी हुए थे. जिनका इलाज सामान्य अस्पताल में जारी है. मृतक बुजुर्ग के बेटे के बयान पर पुलिस ने 6 आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने 6 में से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब मृतक बुजुर्ग के परिजनों की मांग है कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वो बुजुर्ग के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
इस मामले पर गन्नौर एसीपी ने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गुमड़ गांव सोनीपत निवासी प्रिंस ने पुलिस को बताया कि उनके परिवार ने गांव के फूल सिंह के घर के सामने करीब 2 वर्ष से अपना नया घर बना रखा है. घर के साथ दुकान बना रखी है. उसे वो बैठक के रूप में प्रयोग कर रहे हैं. उनके पड़ोसी फूल व उसके भाई धर्मबीर, सोमबीर, तेजा सिंह और उनके परिवार के सदस्यों को उनका दुकान व मकान के बाहर बैठने पर एतराज था.
प्रिंस ने बताया कि 15 अक्टूबर को उनका परिवार अपने घर व दुकान के सामने बैठा था. तभी उनके पड़ोसी फूल, धर्मबीर, सोमबीर और उसके साथियों ने मिलकर उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. जब उन्होंने बीच-बचाव का शोर मचाया, इसी दौरान हमलावर मनीष ने उनके पिता बलवान के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया. जब मौके पर भीड़ जुटने लगी, तो हमलावर उन्हें जान से मारने की धमकी देकर हथियारों समेत मौके से भाग गए थे.
इसके बाद सभी को घायल अवस्था में गन्नौर के सीएचसी में दाखिल करवाया गया, जहां से उन्हें खानपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया था. उनके पिता को गंभीर चोट होने के चलते दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान 25 अक्टूबर को बुजुर्ग की मौत हो गई. पुलिस ने प्रिंस की शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. मृतक बलवान सिंह की पुत्रवधू मोना का कहना है कि हमले के बाद उन्होंने थाना गन्नौर में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. उनके ससुर की मौत के बाद वो फिर से गन्नौर थाना में पहुंची. तब जाकर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया. जबतक सभी आरोपियों के गिरफ्तारी नहीं होगी. जब तक दाह संस्कार नहीं होगा