सोनीपत: रविवार को कुराड़ इब्राहिमपुर गांव में गंदगी मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने शिरकत की. कार्यक्रम में अन्य ग्राम पंचायतों ने भी विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से अपनी भागीदारी दी.
कुराड़ में गंदगी मुक्त भारत अभियान का बतौर मुख्य अतिथि आगाज करते हुए उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने कहा कि सोनीपत को हरियाणा का पहला गंदगी मुक्त जिला बनायेंगे. इसके लिए उन्हें ग्राम पंचायतों व आम जनमानस का सहयोग चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वच्छ भारत का स्वप्र देखा था. जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साकार कर रहे हैं. हमें भी इन प्रयासों की सफलता के लिए हर संभव सहयोग देना होगा.
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक यह अभियान जारी रहेगा. इस दौरान स्वच्छता स्थापित करने की दिशा में बेहतरीन कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को सम्मानित भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें भी प्रस्ताव पारित कर सकेंगी कि उनका गांव गंदगी मुक्त एवं खुले में शौच मुक्त बन चुका है. प्रस्ताव के साथ उन्हें इस संबंध में पांच फोटो भी भेजने होंगे। उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रपिता ने गंदगी व भेदभाव मुक्त भारत को जो सपना देखा था. उस दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.
उपायुक्त ने कहा कि आस-पास की सफाई के साथ हमें विचारों को भी साफ-सुथरा रखना होगा. इसके लिए अच्छी शिक्षा व संस्कारों की स्थापना करना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि बाहरी गंदगी से निजात दिलाने के लिए केंद्र सरकार प्रयासरत है और राज्य सरकार इन प्रयासों को अमलीजामा पहना रही है. प्रदेश व जिले ने खुद को खुले में शौचमुक्त कर लिया है. ये व्यवस्था आगे भी कायम रहनी चाहिए.
उपायुक्त ने कहा कि यदि अपने ही घर-गांव में गंदगी है. तो फिर सफाई का कोई अर्थ नहीं रह जाता. इसलिए श्रम करने की आवश्यकता है. ताकि हमें शर्म का भागी न बनना पड़े.
उपायुक्त पूनिया ने इस दौरान ग्रामीणों से उनकी परेशानियों के बारे में भी जाना. जिसमें सरपंच और ग्रामीणों ने उपायुक्त के सामने ट्यूबवेल कनेक्शन, बिजली और खनन संबंधी समस्याओं को रखा. जिसपर उपायुक्त ने भरोसा दिया कि गांव में कोई समस्या बाकी नहीं रहने दी जाएगी. साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से सरकारी संस्थाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा करने की भी अपील की.
ये भी पढ़ें: फतेहाबाद में कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन