सोनीपतः शहर के प्राचीन शिव मंदिर में श्रावण मास शुरू होते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है. सावन का आज पहला दिन था और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिरों (lord shiva temple in sonipat) में पहुंच कर शिवलिंग पर अभिषेक किया. श्रद्धालु गंगाजल, दूध, बेल के पत्तों सहित हर वो चीज मंदिर लेकर पहुंचे और भोलेनाथ को अर्पित की जो उन्हें बेहद पसंद है. श्रद्धालुओं ने पूरे विधिविधान के साथ पूजा अर्चना की.
भक्तों ने भगवान शिव शंकर का प्रसन्न करने के लिए आस्था के साथ जलाभिषेक किया. श्रद्धालुओं ने कहा कि सावन के महीने में भगवान शंकर की अराधना करने से अपार सुख की प्राप्ति होती है और मनोकामना भी पूर्ण होती है. सावन का महीने में इस बार 4 सोमवार आ रहे हैं. मान्यता है कि सोमवार के दिन व्रत और भगवान शिव की आराधना करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. आज से ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है और शिव भक्त कांवड़िए कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार जाते हैं.
कांवड़ में पवित्र गंगा का जल लेकर महाशिवरात्रि को शिव का अभिषेक किया जाता है. इस बार महाशिवरात्रि का त्योहार 26 जुलाई को है. कांवड़िए 26 जुलाई को पैदल यात्रा करते हुए गंगाजल लेकर अपने अपने गांव-शहर के मंदिरों में पहुंच कर जलाभिषेक करेंगे. 12 अगस्त तक ये पावन महीना रहेगा जिसमें शिवभक्त भक्ति में लीन दिखाई देंगे. मंदिर के पुजारी राजेंद्र शास्त्री ने बताया की इस बार दो शुभ योग में सावन का महीना शुरू हो रहा है.
सावन के पहले दिन विष्कुंभ और प्रीति योग का संयोग बन रहा है और ज्योतिष के अनुसार दोनों बड़े शुभ माने जाते हैं. पुजारी ने प्राचीन शिव मंदिर के बारे में बताते हुए कहा की भगवान शिव का ये बहुत ही पुराना मंदिर है जिसका एतिहासिक महत्व है. ऐतिहासिक महत्व के चलते यहां सावन में बड़ी संख्या में लोग शिवलिंग का अभिषेक करने आते हैं.