गोहाना: बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने शुक्रवार को स्थानीय नई सब्जी मंडी में किसानों के जनसमूह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नए विधेयक कृषि क्षेत्र में केंद्र सरकार का क्रांतिकारी कदम है. देश के किसान के लिए उत्पाद बेचने को अन्य विकल्पों का प्रावधान किया है, जो वास्तव में किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम करेगा. इस जनसभा के दौरान ओपी धनखड़ ने राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली को लेकर राबर्ट वाड्रा पर तंज कसा.
कांग्रेस में केवल विचार बदलू लोग बचे हैं- ओपी धनखड़
इस जनसभा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि आज कांग्रेस की राजनीति झूठ के सहारे चल रही है. झूठ के सहारे किसानों में भ्रम फैलाकर अपनी राजनीति को वह जिंदा रखे हुए है. लेकिन, सच यह है कि कांग्रेस का झूठ नहीं बिकेगा और बीजेपी के नेतृत्व की सरकार किसानों की फसल का दाना-दाना खरीदेगी. आज कांग्रेस में केवल विचार बदलू लोग बचे हुए हैं. कांग्रेस ने अपने ही घोषणापत्र और अपनी ही बनाई रिपोर्टों को दरकिनार कर केवल विरोध के नाम पर विरोध करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि पार्टी सत्ता में आने पर कृषि मंडी समितियों के कानून में संशोधन करेगी.
'कांग्रेस नहीं चाहती देश का किसान खुशहाल हो'
इसके साथ कृषि उपज के निर्यात और दूसरे राज्यों में व्यापार पर लगे सभी प्रतिबंधो को समाप्त किया जाएगा पर जब आज ये काम हो रहे हैं तो इनका विरोध कर रही है. कांग्रेस द्वारा एक माहौल बनाया जा रहा है कि मंडियां बंद हो जाएंगी, एमएसपी को खत्म कर देंगे, किसान की जमीन को बड़े बड़े कॉरपोरेट घरानों को बेच देंगे.जबकि, ऐसा कुछ नहीं होना है. मंडियां पहले की तरह रहेंगी, फसलों का एमएसपी पहले की तरह ही मिलेगा. किसानों को गुमराह होने की जरूरत नहीं, वे कांग्रेस के भ्रम में ना आएं. उन्होंने कहा कि किसानों को पीछे रखना कांग्रेस की फितरत है. कांग्रेस कभी नहीं चाहती कि देश का किसान भी खुशहाल हो समृद्ध हो. प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि देश के किसान को यह समझना होगा कि आज कौन उसके हितों को सुरक्षित कर रहा है. भाजपा की ही सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में किसान के लिए क्रेडिट कार्ड तक की योजना बनाई. किसान आयोग बना और भी बहुत सारे काम किसानों को केंद्र में रखकर किए गए पर कांग्रेस ने किसान को इस्तेमाल करने के अतिरिक्त कभी कुछ और नहीं किया. कांग्रेस सरकार ने हमेशा किसानों को छला है.
'किसाना खात्तर कदै ना पावां खोट में, बरोदा नै जीतांगे डंके की चोट पै'
मंच से भारत माता के जयकारे के उद्घोष के साथ भारी मात्रा में अध्यादेशों के समर्थन में आए ट्रैक्टर चालक किसानों का धन्यवाद करते ओमप्रकाश धनखड़ ने भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा. ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने गोहाना में 2013 में एक रैली की थी और उसमें एक घोषणा की थी कि प्रत्येक किसान को प्रति किला 10,000 रुपये मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन यह सब कुछ और ही था जो आज सामने आया. हमारी सरकार आने के बाद पता चला कि वह वादा तो सिर्फ फाइलों में ही सिमट कर रह गया.
'कांग्रेस काल में किसानों को खाद नहीं मिली'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में किसानों के लिए सबसे ज्यादा कमी खाद की थी. रबी की फसल के लिए किसानों के पास 11.50 लाख टन खाद और खरीफ की फसल के लिए 8.50 लाख किवंटल खाद ही उपस्थिति थी,कांग्रेस की सरकार में कभी किसानों को समय पर खाद नहीं मिली, हुड्डा तो किसान का बेटा होगा वो भी थामने बहका गया. कांग्रेस न तो थारी बेज्जती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
'राहुल रॉबर्ट वाड्रा को भी साथ ले आते'
उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजे के रूप में ढाई-ढाई रुपए के चैक दिए जाते थे, लेकिन हमारी सरकार ने किसी भी किसान को 500 रुपये से कम मुआवजा नहीं दिया. भाजपा की सरकार ने पूरे 6 साल में 5300 करोड़ का मुआवजा किसानों को दिया है. उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी हरियाणा में ट्रैक्टर रैली करने आ ही रहे थे तो साथ में रॉबर्ट वाड्रा को भी ले आते और हमारी जमीन वापस करवा देते.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काम है झूठी राजनीति करना. विवेकानंद जी ने एक बात कही है कि सच कभी नहीं छुपता, सच का पहले उपहास उड़ाया जाता है लेकिन बाद में से अपना लिया जाता है. स्वामीनाथन रिपोर्ट को कांग्रेसी सरकार ने 2008 तक तैयार कर दिया था परंतु उसको असली अमलीजामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही पहनाया. आज इन कृषि अध्यादेशों के विरोध में कांग्रेसी प्रदर्शन कर रहे हैं किसान तो आज समय निकालकर प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करने यहां आए हैं.
कृषि कानून पर कांग्रेस फैला रही भ्रम
धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस किसान कानून पर भ्रम फैला रही है. इस भ्रम को हम कैसे बढ़ाते जाएं, इसके लिए उसकी तरफ से बकायदा इवेंट किए जा रहे हैं. पंजाब में अभी खरीफ फसल की खरीद पर केंद्र का 32 हजार करोड़ रुपया खर्च होगा. पंजाब की सरकार 1700 करोड़ मार्किट फीस कमाएगी. इसके बावजूद भी नौटंकी जारी है. धनखड़ ने कहा कि तीनों अध्यादेशों और एमएसपी पर किसानों को गुमराह करने वाले लोग आज उजागर हो गए. झूठ बोलकर विरोध करने वालों का चेहरा आज जनता के सामने आ गया है. कुछ लोग मोहरा बनकर सिर्फ और सिर्फ विरोध करने के लिए ही विरोध करते हैं.
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