सिरसाः कोरोना महामारी के बीच किसानों पर अब मौसम की मार भी आन पड़ी है. जहां भारी गर्मी के बीच सिरसा में रविवार सुबह अचानक ही तेज बारिश शुरू हो गई. इस बारिश का सीधा असर किसानों और आढ़तियों पर पड़ने वाला है. क्योंकि इस समय मंडियों में खुले आसमान में उनकी फसलें रखी हुई हैं जहां बारिश से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं.
किसानों को हो सकता है बड़ा नुकसान
अचानक आई बारिश से मंडी में पड़े किसानों और आढ़तियों की फसल को काफी नुकसान हो सकता है. वहीं मजदूरों को भी इसके लिए दोबारा मेहनत करनी पड़ सकती है. मौसम के इस मिजाज को लेकर सिरसा के उपायुक्त ने भी चिंता जताते हुए अधिकारियों और गेहूं खरीद रहे एजेंसियों को निर्देश दिए थे कि वो मंडियों में गेंहू की फसल को ढकने के लिए तिरपालों का इंतजाम करें और गेहूं का उठान जल्द से जल्द करें.
खरीद केंद्रों पर नहीं हैं शेड
सिरसा जिले में कुल 186 और सिरसा शहर में कुल 66 केंद्र गेहूं खरीद के लिए बनाए गए हैं. जिसमें से कुछ सेंटर ऐसे हैं जहां शेड तक नहीं है. सबसे ज्यादा उन्हीं सेंटरों पर गेहूं की सबसे ज्यादा खरीद हो रही है, क्योंकि वहां भले ही शे़ड नहीं है लेकिन जगह ज्यादा बड़ी होने की वजह से वहां गेंहू की बिक्री जल्दी-जल्दी हो रही है.
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सिरसा में अब तक गेहूं का उठान
बता दें कि सिरसा जिला में विभिन्न अनाज मंडियों में अब तक तीन लाख 84 हजार 522 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो चुकी है. जिसमें हैफेड द्वारा 2 लाख 21 हजार 44 मीट्रिक टन , खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 45 हजार 83 मीट्रिक टन, भारतीय खाद्य निगम द्वारा 61 हजार 233 तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा 57 हजार 162 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। और करीब 2 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उठान हो चुका है.