सिरसा: किसानों पर दर्ज देशद्रोह के मामले(Farmers Sedition Case) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. गिरफ्तार किए गए पांचों किसानों को बेल पर रिहा कर दिया गया है. इन सभी पांच किसानों को हरियाणा के डिप्टी सीएम रणबीर गंगवा की गाड़ी पर हमला (haryana deputy speaker attack car case) करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
बेल मिलने के बाद सभी किसान धरनास्थल पर पहुंचे और अनशन पर बैठे बलदेव सिंह सिरसा से मिले, लेकिन बलदेव सिंह सिरसा ने अपना अनशन नहीं खोला. उन्होंने कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह दलेवाल के आने के बाद ही वो अपना अनशन खोलेंगे.
रिहा हुए किसान साहब सिंह ने कहा कि उसे छोटी उम्र में जेल जाने का कोई गम नहीं है बल्कि खुशी इस बात की है कि जेल के अंदर भी सभी कैदियों को ये पता है कि बाहर किसान आंदोलन कर रहे हैं. बता दें कि किसान देशद्रोह का मामला हटाने और गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसान लगातार धरना दे रहे हैं. इसके अलावा किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा अनशन (farmer baldev singh sirsa fasting) पर बैठे हैं.
ये भी पढ़िए: किसानों पर देशद्रोह के केस दर्ज करने पर हुड्डा ने जताई आपत्ति
गौरतलब है कि 11 जुलाई को हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी पर हमला किया गया था. डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर उस वक्त हमला हुआ था जब वो हरियाणा के सिरसा जिले में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे.
ये भी पढ़िए: Farmers Sedition Case: अनशन पर बैठे किसान नेता बलदेव सिंह की तबीयत फिर बिगड़ी
आरोप है कि कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य बीजेपी नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक दिया और पथराव शुरू कर दिया. आरोप है कि किसानों ने इस दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर भी पथराव किया. किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को विरोध के बीच वहां निकला था. इस मामले में सिरसा पुलिस की ओर से दो नामजद और करीब 100 किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. साथ ही पांच किसानों को गिरफ्तार भी किया गया, जिन्हें अब बेल पर रिहा कर दिया गया है.
ये भी पढ़िए: देशद्रोह मामला: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने टोल प्लाजा पर किया प्रदर्शन