सिरसा: बाढ़ड़ा विधानसभा सीट से जीत हासिल कर विधायक बनी नैना चौटाला देर रात अपने घर सिरसा पहुंची. जहां JJP कार्यकर्ताओं ने नैना चौटाला का जोर-शोर से स्वागत किया और जश्न मनाया.
'निर्दलीय विधायकों को उठाना पड़ सकता है नुकसान'
वहीं इस मौके पर जहां नैना चौटाला ने कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त कर उन्हें इस जीत का श्रेय दिया. इस दौरान नैना चौटाला ने निर्दलीय विधायकों द्वारा बीजेपी को समर्थन देने खबरों पर कहा कि जिन विधायकों ने जीत के बाद बीजेपी को जल्दबाजी में समर्थन दिया है उन्हें आगे नुकसान उठाना पड़ेगा.
चौटाला परिवार में राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाली पहली महिला
पूर्व प्रधानमंत्री देवी लाल चौटाला के परिवार की बहु नैना चौटाला ऐसी पहली महिला हैं, जिन्होंने सियासत की दुनिया में कदम रखा. साल 2014 में पहली बार वह सिरसा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली डबवाली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ी और विजयी हुईं.
दरअसल, वर्ष 2009 में उनके पति अजय सिंह चौटाला विधायक थे. लेकिन एक घोटाले में नाम आने के कारण अजय चौटाला जेल गए. इसके साथ ही नैना की सियासी पारी की शुरुआत हुई. यह सीट चौटाला परिवार की परंपरागत सीट और उनका गढ़ है. वर्ष 2014 में नैना चौटाला डबवाली विधानसभा क्षेत्र चुनाव लड़ी और विजयी हुईं.
नैना चौटाला की खेल में रूचि
स्कूल टाइम में नैना चौटाला को खेल में रूची थी. वह एक अच्छी निशानेबाज थीं. शुटिंग में उन्होंने इंटर यूनिवर्सिटी में टीम का प्रतिनिधित्व किया. लेकिन शादी के बाद उनका खेल से नाता टूट गया. जिसके बाद उन्होंने सियासी पारी की शुरूआत की.
- नैना चौटाला का जन्म हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव दड़ौली में हुआ
- उनके पिता का नाम भीम सिंह गोदरा और मां का नाम कांता देवी है
- नैना की प्रारंभिक परीक्षा हिसार में हुई
- प्रारंभिक शिक्षा और नूर निवास हाई स्कूल में हुई
- एफसी स्कूल हिसार से नैना चौटाला ने स्नातक की शिक्षा पूरी की
- नैना कॉलेज की एनसीसी कैडेट भी रहीं
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