सिरसा: ऐलनाबाद हलके के गांव जमाल में मंगाला डिस्ट्रीब्यूटरी का बरसाती पानी खेतों को ना मिलने के विरोध में सैंकड़ों किसान सोमवार को जिला उपायुक्त से मिले.
इस दौरान किसानों के साथ महिलाएं भी मौजूद थीं. किसानों का कहना है कि उन्हें बिना किसी वजह के परेशान किया जा रहा है. नहर से पानी खेतों में लगाने के लिए जो पाइप लाइनें डाल रखी थीं, वे अवैध कहकर उखाड़ दी गई हैं.
उपायुक्त को अपना मांग पत्र देने आए गांव जमाल के लोगों ने गांव के ही पूर्व सरपंच पर आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना कि गांव के पूर्व सरपंच राममूर्ति ने विभाग को शिकायत की थी कि ग्रामीण अवैध तरीके से पानी खेतों को लगा रहे हैं, जबकि कुताना और जमाल गांव का लगभग 24 हजार एकड़ एरिया इस नहर से सींचा जाता है, जिसमें शिकायतकर्ता के भी खेत आते हैं.
किसानों ने कहा कि पूरी नहर पर दर्जनों पाईप लाइनें बिछी हुई हैं, लेकिन उनके खेतों की ओर जाने वाली केवल तीन ही पाइप लाइनों को अवैध करार दिया है. किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर गांव के पूर्व सरपंच के साथ मिले होने की शिकायत भी उपायुक्त से की है.
इस बारे में उपायुक्त सिरसा ने ग्रामीणों को एससी इरीगेशन से मिलने के लिए कहा है. वहीं किसानों के साथ आई हुई महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी और जो भी आगे की रणनीति होगी गांव की तमाम महिलाएं उनके साथ दिखाई देंगी.
अब एससी इरीगेशन ने किसानों को दो दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन तो दे दिया, लेकिन क्या दो दिनों में किसानों की समस्या का समाधान हो जाएगा ये एक सवाल जरूर खड़ा हो रहा है.