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सिरसा: बरसाती पानी खेतों का न मिलने से परेशान किसान, प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन

सोमवार को ऐलनाबाद हलके के गांव जमाल के किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसान उनके खेतों में बराबर पानी न पहुंचने से नाराज हैं. इस दौरान किसानों ने जिला उपायुक्त को अपना मांग पत्र भी सौंप दिया है.

किसानों ने किया प्रदर्शन
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Published : Aug 5, 2019, 4:49 PM IST

सिरसा: ऐलनाबाद हलके के गांव जमाल में मंगाला डिस्ट्रीब्यूटरी का बरसाती पानी खेतों को ना मिलने के विरोध में सैंकड़ों किसान सोमवार को जिला उपायुक्त से मिले.

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इस दौरान किसानों के साथ महिलाएं भी मौजूद थीं. किसानों का कहना है कि उन्हें बिना किसी वजह के परेशान किया जा रहा है. नहर से पानी खेतों में लगाने के लिए जो पाइप लाइनें डाल रखी थीं, वे अवैध कहकर उखाड़ दी गई हैं.

उपायुक्त को अपना मांग पत्र देने आए गांव जमाल के लोगों ने गांव के ही पूर्व सरपंच पर आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना कि गांव के पूर्व सरपंच राममूर्ति ने विभाग को शिकायत की थी कि ग्रामीण अवैध तरीके से पानी खेतों को लगा रहे हैं, जबकि कुताना और जमाल गांव का लगभग 24 हजार एकड़ एरिया इस नहर से सींचा जाता है, जिसमें शिकायतकर्ता के भी खेत आते हैं.

किसानों ने कहा कि पूरी नहर पर दर्जनों पाईप लाइनें बिछी हुई हैं, लेकिन उनके खेतों की ओर जाने वाली केवल तीन ही पाइप लाइनों को अवैध करार दिया है. किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर गांव के पूर्व सरपंच के साथ मिले होने की शिकायत भी उपायुक्त से की है.

इस बारे में उपायुक्त सिरसा ने ग्रामीणों को एससी इरीगेशन से मिलने के लिए कहा है. वहीं किसानों के साथ आई हुई महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी और जो भी आगे की रणनीति होगी गांव की तमाम महिलाएं उनके साथ दिखाई देंगी.

अब एससी इरीगेशन ने किसानों को दो दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन तो दे दिया, लेकिन क्या दो दिनों में किसानों की समस्या का समाधान हो जाएगा ये एक सवाल जरूर खड़ा हो रहा है.

सिरसा: ऐलनाबाद हलके के गांव जमाल में मंगाला डिस्ट्रीब्यूटरी का बरसाती पानी खेतों को ना मिलने के विरोध में सैंकड़ों किसान सोमवार को जिला उपायुक्त से मिले.

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इस दौरान किसानों के साथ महिलाएं भी मौजूद थीं. किसानों का कहना है कि उन्हें बिना किसी वजह के परेशान किया जा रहा है. नहर से पानी खेतों में लगाने के लिए जो पाइप लाइनें डाल रखी थीं, वे अवैध कहकर उखाड़ दी गई हैं.

उपायुक्त को अपना मांग पत्र देने आए गांव जमाल के लोगों ने गांव के ही पूर्व सरपंच पर आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना कि गांव के पूर्व सरपंच राममूर्ति ने विभाग को शिकायत की थी कि ग्रामीण अवैध तरीके से पानी खेतों को लगा रहे हैं, जबकि कुताना और जमाल गांव का लगभग 24 हजार एकड़ एरिया इस नहर से सींचा जाता है, जिसमें शिकायतकर्ता के भी खेत आते हैं.

किसानों ने कहा कि पूरी नहर पर दर्जनों पाईप लाइनें बिछी हुई हैं, लेकिन उनके खेतों की ओर जाने वाली केवल तीन ही पाइप लाइनों को अवैध करार दिया है. किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर गांव के पूर्व सरपंच के साथ मिले होने की शिकायत भी उपायुक्त से की है.

इस बारे में उपायुक्त सिरसा ने ग्रामीणों को एससी इरीगेशन से मिलने के लिए कहा है. वहीं किसानों के साथ आई हुई महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी और जो भी आगे की रणनीति होगी गांव की तमाम महिलाएं उनके साथ दिखाई देंगी.

अब एससी इरीगेशन ने किसानों को दो दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन तो दे दिया, लेकिन क्या दो दिनों में किसानों की समस्या का समाधान हो जाएगा ये एक सवाल जरूर खड़ा हो रहा है.

Intro:एंकर - ऐलनाबाद हलके के गांव जमाल में मंगाला डिस्ट्रीब्युटरी का बरसाती पानी खेतों को ना मिलने के विरोध स्वरूप सैंकडों किसान आज जिला उपायुक्त से मिले। इस दौरान किसानों के साथ महिलाएं भी उपस्थित रही। किसानों का कहना है कि उन्हें बिना किसी वजह के परेशान किया जा रहा है नहर से पानी खेतों में लगाने के लिए जो पाईप लाईनें डाल रखी थी वे अवैध कहकर उखाड दी गई।Body:वीओ 1 - उपायुक्त महोदय को अपना मांग पत्र देने आए गांव जमाल के लोगों ने गांव के ही पूर्व सरपंच पर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना कि गांव के पूर्व सरपंच राममूर्ति ने विभाग को शिकायत की थी कि ग्रामीण अवैध तरीके से पानी खेतों को लगा रहे हैं जबकि कुताना और जमाल गांव का लगभग 24 हजार एकड एरिया इस नहर से सिंचित होता है। जिसमे शिकायतकर्ता के भी खेत आते हैं। पूरी नहर पर दर्जनों पाईप लाईनें बिछी हुई हैं लेकिन उनके खेतों की ओर जाने वाली केवल तीन ही पाईप लाईनों को अवैध करार दिया है। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर गांव के पूर्व सरपंच के साथ मिले होने की शिकायत भी उपायुक्त महोदय को की। इस बारे में उपायुक्त सिरसा ने ग्रामीणों को एससी इरीगेशन से मिलने के लिए कहा। वहीं किसानों के साथ आई हुई महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे पुरूशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी और जो भी आगे की रणनीति होगी गांव की तमाम महिलाएं उनके साथ दिखाई देंगी।
बाईट - कुंबा राम, निर्मला देवी, रोहताश और सुमित्रा।
वीओ 2 - उपायुक्त के कहने पर जब लोग एससी इरीगेशन से मिले तो उन्होंने दो दिन में उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दो दिन में उनकी उखाडी हुई पाईप लाईनें वापिस नहीं लगाई गई तो वे आज सैंकडों की संख्या में यहा पहुंचे और आने वाले समय में हजारों की संख्या में किसान सिंचाई विभाग के कार्यालय के सामने धरना देकर बैठेंगे।
बाईट - सुभाश।Conclusion:वीओ 3 - एससी इरीगेशन ने किसानों को दो दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन तो दे दिया लेकिन क्या दो दिनों में किसानों की समस्या का समाधान हो जाएगा यह एक सवाल जरूर खडा हो रहा है। इससे पहले की अगर बात करें तो 24 जुलाई को एक्सईएन एन के भोला बुढीमेडी किसानों के धरने पर पहुंचे थे और उनको भी दो दिन का समय दिया था लेकिन आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है तो ऐसे में यहां इन किसानों की समस्या का समाधान होगा या नहीं यह एक सवाल यहां जरूर खडा होता है।
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