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बदले की आग में जल रहा हरियाणा का ये गांव, 10 साल के गैंगवार में अब तक 20 लोगों की हत्या

Karaur Village Gang War: हरियाणा के रोहतक जिले में गैंग्स ऑफ वसेपुर फिल्म की तरह गैंगवार छिड़ी है. करीब 10 साल से चल रहे इस गैंगवार में अब तक दोनों पक्ष के 20 लोगों की हत्या हो चुकी है. अभी भी ये आग नहीं बुझी है. इसी साल दिवाली के दिन एक युवक की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करके कई खुलासे किए हैं.

Karaur Village rohtak Gang War
Karaur Village rohtak Gang War
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 27, 2023, 9:16 PM IST

Updated : Dec 27, 2023, 9:24 PM IST

करौर हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार.

रोहतक: करौर गांव में गैंगवार के चलते दिवाली के दिन अंधाधुंध फायरिंग कर मोहित की हत्या की वारदात को अंजाम देने के मुख्य आरोपी जतिन को पुलिस ने उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 4 पिस्तौल और 40 राउंड कारतूस बरामद किए हैं. इन दोनों आरोपियों का संबंध छाजू गैंग से बताया जा रहा है.

दिवाली के दिन बुझाया घर का चिराग- 12 नवंबर को दिवाली के दिन कारौर गांव में 6 हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए गोली मारकर मोहित की हत्या कर दी थी. मोहित के पिता अजीत की शिकायत पर आईएमटी पुलिस स्टेशन में इस संबंध में कारौर गांव निवासी जतिन, कपिल, पुलकित और तीन अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148,149, 302, 307, 379 बी और शस्त्र अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज हुआ था.

सरेआम बरसाई गोली- पुलिस में दी शिकायत में अजीत ने बताया था कि वारदात के दिन वो ट्रैक्टर लेकर धान बेचने के लिए रोहतक अनाज मंडी गया था. धान बेचने के बाद दोपहर करीब एक बजे वापस गांव पहुंचा और बेटे मोहित को फोन पर कॉल कर घर आकर बीज के कट्टे उतरवाने के लिए कहा. मोहित ने बताया कि वह अजय की बाइक लेकर घर आ रहा था. जब वो कुम्हारों वाली गली में पहुंचा तो कारौर निवासी जतिन, कपिल, पुलकित और 3 अन्य युवकों ने हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग कर दी. गोली लगने के बावजूद मोहित बाइक गिराकर गली में भागा लेकिन हमलावरो ने उसका पीछा किया और कई गोली मार दी.

Karaur Village rohtak Gang War
पुलिस ने आरोपियों को 7 दिन की रिमांड पर लिया है.

पुलिस ने मानेसर से किया गिरफ्तार- एसपी हिमांशु गर्ग ने इस हत्याकांड की जांच का जिम्मा अपराध जांच शाखा प्रथम और द्वितीय की अलग-अलग टीमों को सौंपा. डीएसपी सांपला राकेश मलिक ने बताया कि अपराध जांच शाखा प्रथम की टीम को मुख्य आरोपी जतिन और उसके साथी के बारे में मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी. पुलिस टीम ने छापेमारी कर गुरुग्राम के मानेसर से कारौर निवासी जतिन और टिटौली रोहतक निवासी सोनू उर्फ भोलू को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले पुलिस टीम ने फरीदाबाद की पर्वतीय कॉलोनी निवासी आरोपी प्रशांत उर्फ अंशुल और टिटौली निवासी रोहित उर्फ मोटा को गिरफ्तार कर चुकी है. दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं.

गैंगवार में 20 लोगों की हो चुकी है हत्या- कारौर गांव में छाजू गैंग और अनिल छिपी गैंग के बीच कई साल से दुश्मनी चल रही है. जिसके चलते दोनों पक्ष के 20 लोगों की हत्या हो चुकी है. वर्ष 2013 में जतिन के पिता श्रीभगवान की झज्जर के पास दुलीना में पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई थी. 2018 में जतिन के चाचा आनंद की हत्या हुई थी. आनंद की हत्या में कारौर निवासी मोहित भी गिरफ्तार हुआ था. मोहित पर आनंद की रेकी करने का आरोप था. जिसका बदल लेते हुए जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहित की हत्या कर दी.

डीएसपी राकेश मलिक ने बताया कि जतिन का आपराधिक रिकार्ड रहा है. जतिन के खिलाफ मार्च 2022 में शिवाजी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में स्नेचिंग और मारपीट के 2 केस दर्ज हुए थे. उसे गिरफ्तार कर जेल में भेजा गया था. जेल में जतिन की मुलाकात प्रशांत उर्फ अंशुल से हुई थी, जो स्नेचिंग के एक मामले में बंद था. जतिन और प्रशांत उर्फ अंशुल ने जमानत पर बाहर आने के बाद इंस्टाग्राम के जरिए एक-दूसरे से संपर्क किया. प्रशांत उर्फ अंशुल कई बार जतिन के पास घर पर मिलने आया था.

Karauri Village Gang War
गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद असलहे.

मुख्य आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड- जतिन अपने पिता की हत्या के बाद कई साल तक रोहतक के टिटौली गांव में अपने मामा के घर रहा है. जहां उसकी दोस्ती गांव टिटौली के रहने वाले रोहित उर्फ मोटा व सोनू उर्फ भोला के साथ हुई थी. रोहित उर्फ मोटा का भी आपराधिक रिकार्ड रहा है, जो वर्ष 2021 में मारपीट के एक मामलें में गिरफ्तार हो चुका है. बाद में कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था. जेल से बाहर आने के बाद जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिता श्रीभगवान और चाचा आनंद की हत्या का बदला लेने के लिए योजना पर काम करना शुरू कर दिया था.

दिवाली से एक दिन पहले बनाई प्लानिंग- जतिन ने दिवाली से एक दिन पहले 11 नवंबर को अपने साथियों को कारौर में घर पर बुला लिया था. 12 नवंबर को जतिन और उसके साथी सुबह से ही मोहित की तलाश में गांव में घूम रहे थे. दोपहर को जैसे ही मोहित दिखाई दिया तो जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहित पर ताबड़तोड़ फायरिंग करके उसकी हत्या कर दी. जतिन ने कारौर निवासी अपने साथी कपिल और टिटौली निवासी सोनू के साथ मिलकर 20 दिसंबर को गांधरा मोड़ रोहतक स्थित फौजी ढाबा पर भी फायरिंग की थी.

ये भी पढ़ें- रोहतक के कारौर हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी, 2 आरोपी गिरफ्तार, दिवाली के दिन गैंगवार में हुआ था क़त्ल

ये भी पढ़ें- रोहतक में ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझी, दरिंदों ने इसलिए की थी टैक्सी ड्राइवर की हत्या, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

करौर हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार.

रोहतक: करौर गांव में गैंगवार के चलते दिवाली के दिन अंधाधुंध फायरिंग कर मोहित की हत्या की वारदात को अंजाम देने के मुख्य आरोपी जतिन को पुलिस ने उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 4 पिस्तौल और 40 राउंड कारतूस बरामद किए हैं. इन दोनों आरोपियों का संबंध छाजू गैंग से बताया जा रहा है.

दिवाली के दिन बुझाया घर का चिराग- 12 नवंबर को दिवाली के दिन कारौर गांव में 6 हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए गोली मारकर मोहित की हत्या कर दी थी. मोहित के पिता अजीत की शिकायत पर आईएमटी पुलिस स्टेशन में इस संबंध में कारौर गांव निवासी जतिन, कपिल, पुलकित और तीन अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148,149, 302, 307, 379 बी और शस्त्र अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज हुआ था.

सरेआम बरसाई गोली- पुलिस में दी शिकायत में अजीत ने बताया था कि वारदात के दिन वो ट्रैक्टर लेकर धान बेचने के लिए रोहतक अनाज मंडी गया था. धान बेचने के बाद दोपहर करीब एक बजे वापस गांव पहुंचा और बेटे मोहित को फोन पर कॉल कर घर आकर बीज के कट्टे उतरवाने के लिए कहा. मोहित ने बताया कि वह अजय की बाइक लेकर घर आ रहा था. जब वो कुम्हारों वाली गली में पहुंचा तो कारौर निवासी जतिन, कपिल, पुलकित और 3 अन्य युवकों ने हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग कर दी. गोली लगने के बावजूद मोहित बाइक गिराकर गली में भागा लेकिन हमलावरो ने उसका पीछा किया और कई गोली मार दी.

Karaur Village rohtak Gang War
पुलिस ने आरोपियों को 7 दिन की रिमांड पर लिया है.

पुलिस ने मानेसर से किया गिरफ्तार- एसपी हिमांशु गर्ग ने इस हत्याकांड की जांच का जिम्मा अपराध जांच शाखा प्रथम और द्वितीय की अलग-अलग टीमों को सौंपा. डीएसपी सांपला राकेश मलिक ने बताया कि अपराध जांच शाखा प्रथम की टीम को मुख्य आरोपी जतिन और उसके साथी के बारे में मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी. पुलिस टीम ने छापेमारी कर गुरुग्राम के मानेसर से कारौर निवासी जतिन और टिटौली रोहतक निवासी सोनू उर्फ भोलू को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले पुलिस टीम ने फरीदाबाद की पर्वतीय कॉलोनी निवासी आरोपी प्रशांत उर्फ अंशुल और टिटौली निवासी रोहित उर्फ मोटा को गिरफ्तार कर चुकी है. दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं.

गैंगवार में 20 लोगों की हो चुकी है हत्या- कारौर गांव में छाजू गैंग और अनिल छिपी गैंग के बीच कई साल से दुश्मनी चल रही है. जिसके चलते दोनों पक्ष के 20 लोगों की हत्या हो चुकी है. वर्ष 2013 में जतिन के पिता श्रीभगवान की झज्जर के पास दुलीना में पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई थी. 2018 में जतिन के चाचा आनंद की हत्या हुई थी. आनंद की हत्या में कारौर निवासी मोहित भी गिरफ्तार हुआ था. मोहित पर आनंद की रेकी करने का आरोप था. जिसका बदल लेते हुए जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहित की हत्या कर दी.

डीएसपी राकेश मलिक ने बताया कि जतिन का आपराधिक रिकार्ड रहा है. जतिन के खिलाफ मार्च 2022 में शिवाजी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में स्नेचिंग और मारपीट के 2 केस दर्ज हुए थे. उसे गिरफ्तार कर जेल में भेजा गया था. जेल में जतिन की मुलाकात प्रशांत उर्फ अंशुल से हुई थी, जो स्नेचिंग के एक मामले में बंद था. जतिन और प्रशांत उर्फ अंशुल ने जमानत पर बाहर आने के बाद इंस्टाग्राम के जरिए एक-दूसरे से संपर्क किया. प्रशांत उर्फ अंशुल कई बार जतिन के पास घर पर मिलने आया था.

Karauri Village Gang War
गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद असलहे.

मुख्य आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड- जतिन अपने पिता की हत्या के बाद कई साल तक रोहतक के टिटौली गांव में अपने मामा के घर रहा है. जहां उसकी दोस्ती गांव टिटौली के रहने वाले रोहित उर्फ मोटा व सोनू उर्फ भोला के साथ हुई थी. रोहित उर्फ मोटा का भी आपराधिक रिकार्ड रहा है, जो वर्ष 2021 में मारपीट के एक मामलें में गिरफ्तार हो चुका है. बाद में कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था. जेल से बाहर आने के बाद जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिता श्रीभगवान और चाचा आनंद की हत्या का बदला लेने के लिए योजना पर काम करना शुरू कर दिया था.

दिवाली से एक दिन पहले बनाई प्लानिंग- जतिन ने दिवाली से एक दिन पहले 11 नवंबर को अपने साथियों को कारौर में घर पर बुला लिया था. 12 नवंबर को जतिन और उसके साथी सुबह से ही मोहित की तलाश में गांव में घूम रहे थे. दोपहर को जैसे ही मोहित दिखाई दिया तो जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहित पर ताबड़तोड़ फायरिंग करके उसकी हत्या कर दी. जतिन ने कारौर निवासी अपने साथी कपिल और टिटौली निवासी सोनू के साथ मिलकर 20 दिसंबर को गांधरा मोड़ रोहतक स्थित फौजी ढाबा पर भी फायरिंग की थी.

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Last Updated : Dec 27, 2023, 9:24 PM IST
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