रोहतक: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 को लेकर बड़ा खुलासा किया है. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण सही तरीके नहीं हुआ था. जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी की हार हुई थी. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि इसके लिए वो किसी को दोष नहीं देते, क्योंकि हर पार्टी में ऐसा होता है. यहां भी टिकट वितरण में कमी रही.
उन्होंने कहा कि अगर 4 हजार वोट कांग्रेस पार्टी को अलग-अलग सीटों पर मिल जाते, तो प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस होती, क्योंकि कई सीटों पर हार का अंतर बहुत कम रहा. इसी प्रकार अगर 44 हजार वोट और कांग्रेस को मिल जाती, तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन जाती. भूपेंद्र हुड्डा ने उम्मीद जताई हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में सही तरीके से टिकट वितरण होगा. हुड्डा ने कहा कि साल 2024 का विधानसभा चुनाव हरियाणा कांग्रेस बिना सीएम चेहरे के लड़ेगी.
भूपेंद्र हुड्डा ने दावा किया इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस हरियाणा की सभी दस सीटों पर जीत दर्ज करेगी. राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को सीएम पद का उम्मीदवार बनाने के सवाल पर भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान इस बारे में तय करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर में 7 लोकसभा क्षेत्रों में विपक्ष आपके समक्ष रैली कर चुकी है. अब 9 जुलाई को भिवानी में रैली होगी. उसके बाद हिसार और फिर आखिर में रोहतक में रैली होगी.
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इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार पर निशाना साधना नहीं भूले. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जेजेपी-बीजेपी का गठबंधन नीतियों के आधार पर नहीं, बल्कि स्वार्थ के आधार पर हुआ है. गठबंधन के समय कॉमन मिनिमम प्रोग्राम लागू करने के लिए कमेटी बनी थी. जिसके अध्यक्ष प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज थे, लेकिन आज तक उस कमेटी का कुछ पता नहीं. हुड्डा ने हरियाणा पर कर्ज का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि आज हरियाणा पर 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज हो चुका है. वर्ष 2014 तक हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश और रोजगार देने के मामले में नंबर वन था, लेकिन आज बेरोजगारी, महंगाई व अपराध में नंबर वन है. उन्होंने कहा कि इस सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है. ये नॉन परफोर्मिंग सरकार है. इस सरकार से हर वर्ग परेशान है.