ETV Bharat / state

'पंजाब में ढाई हजार और हरियाणा में हजार रुपये प्रति एकड़ पराली, किसानों से भेदभाव क्यों'

भूपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में किसानों को पराली के लिए ढाई हजार रुपये प्रति एकड़ मिल रहा है. हरियाणा में सरकार किसानों को हजार रुपए प्रति एकड़ दे रही है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार किसानों की पराली पर एमएसपी फिक्स करे और खरीदें.

भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया
author img

By

Published : Nov 16, 2019, 11:53 AM IST

रोहतकः किसानों की पराली पर मचे हाहाकार के बीच में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया आई है. उनका कहना है कि सरकार पराली का स्थाई समाधान करें, लेकिन प्रदूषण के लिए अकेली पराली ही जिम्मेदार नहीं, बल्कि उद्योग और निर्माण कार्य भी जिम्मेदार है. हुड्डा ने कहा कि अकेला किसान इस प्रदूषण के लिए जिम्मेदार नहीं है. हुड्डा का कहना है कि सरकार किसानों की पराली पर एमएसपी फिक्स करे और खरीदें.

प्रदूषण के लिए केवल किसान नहीं जिम्मेदार- हुड्डा
पराली से फैले प्रदूषण को लेकर बार-बार किसानों पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को घेरने की कोशिश की है. हुड्डा का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण का एक कारण पराली जरूर हो सकती है, लेकिन प्रदूषण के लिए केवल प्रराली ही जिम्मेदार नहीं. उन्होंने कहा कि प्रदूषण के लिए केवल किसानों को जिम्मेदार ठहराना बिलकुल ठीक नहीं है. क्योंकि निर्माण कार्य और उद्योग भी उतने ही प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं.

भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया

किसानों के साथ हो रहा है भेदभाव-हुड्डा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार किसानों के साथ भेदभाव कर रही है क्योंकि पंजाब में किसानों को पराली के लिए ढाई हजार रुपये प्रति एकड़ दिया जा रहा है, जबकि हरियाणा में सरकार 1 हजार रुपये प्रति एकड़ पराली के लिए किसानों को दे रही है. ऐसे में किसानों के साथ ये भेदभाव क्यों. उन्होंने कहा कि सरकार पराली पर एमएसपी फिक्स करें और किसानों की पराली खरीदें क्योंकि किसानों के पास पराली को रखने की जगह नहीं है.

ये भी पढ़ेंः मुसीबत की मंडी! अनाज मंडी से नहीं हो रहा बाजरे का उठान, भंडारण की भी व्यवस्था नहीं

हुड्डा की सरकार को नसीहत

सरकार को सलाह देते हुए हुड्डा ने कहा कि पराली को अनेक प्रयोगों में लाया जा सकता है. उद्योग खाद और अलग-अलग कामों में पराली काम आ सकती है. इसलिए सरकार किसानों की पराली खरीदें. उन्होंने कहा कि प्रदूषण का दोष केवल किसानों पर नहीं लगाया जा सकता इसलिए अब समय आ गया है कि सरकार पराली के लिए स्थाई समाधान करें और किसानों पर आरोप लगाना बंद करे.

रोहतकः किसानों की पराली पर मचे हाहाकार के बीच में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया आई है. उनका कहना है कि सरकार पराली का स्थाई समाधान करें, लेकिन प्रदूषण के लिए अकेली पराली ही जिम्मेदार नहीं, बल्कि उद्योग और निर्माण कार्य भी जिम्मेदार है. हुड्डा ने कहा कि अकेला किसान इस प्रदूषण के लिए जिम्मेदार नहीं है. हुड्डा का कहना है कि सरकार किसानों की पराली पर एमएसपी फिक्स करे और खरीदें.

प्रदूषण के लिए केवल किसान नहीं जिम्मेदार- हुड्डा
पराली से फैले प्रदूषण को लेकर बार-बार किसानों पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को घेरने की कोशिश की है. हुड्डा का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण का एक कारण पराली जरूर हो सकती है, लेकिन प्रदूषण के लिए केवल प्रराली ही जिम्मेदार नहीं. उन्होंने कहा कि प्रदूषण के लिए केवल किसानों को जिम्मेदार ठहराना बिलकुल ठीक नहीं है. क्योंकि निर्माण कार्य और उद्योग भी उतने ही प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं.

भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया

किसानों के साथ हो रहा है भेदभाव-हुड्डा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार किसानों के साथ भेदभाव कर रही है क्योंकि पंजाब में किसानों को पराली के लिए ढाई हजार रुपये प्रति एकड़ दिया जा रहा है, जबकि हरियाणा में सरकार 1 हजार रुपये प्रति एकड़ पराली के लिए किसानों को दे रही है. ऐसे में किसानों के साथ ये भेदभाव क्यों. उन्होंने कहा कि सरकार पराली पर एमएसपी फिक्स करें और किसानों की पराली खरीदें क्योंकि किसानों के पास पराली को रखने की जगह नहीं है.

ये भी पढ़ेंः मुसीबत की मंडी! अनाज मंडी से नहीं हो रहा बाजरे का उठान, भंडारण की भी व्यवस्था नहीं

हुड्डा की सरकार को नसीहत

सरकार को सलाह देते हुए हुड्डा ने कहा कि पराली को अनेक प्रयोगों में लाया जा सकता है. उद्योग खाद और अलग-अलग कामों में पराली काम आ सकती है. इसलिए सरकार किसानों की पराली खरीदें. उन्होंने कहा कि प्रदूषण का दोष केवल किसानों पर नहीं लगाया जा सकता इसलिए अब समय आ गया है कि सरकार पराली के लिए स्थाई समाधान करें और किसानों पर आरोप लगाना बंद करे.

Intro:रोहतक:-पैराली से फैले प्रदूषण पर पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा का ब्यान, केवल पैराली जलाने से नहीं होता प्रदूषण और बहुत से कारण।

किसान करे स्थाई समाधान,हरियाणा सरकार पर भी उठाए सवाल,पंजाब में 2500 हजार तो हरियाणा में 1000 रुपए क्यो दे रही है किसानों को सरकार।

एमएसपी फिक्स कर पैराली को खरीदे सरकार।पैराली के इलावा उद्योग,निर्माण कार्य भी फैला रहे है प्रदूषण।

दीपेंद्र पहले ही संसद में उठा चुके है पैराली के समाधान के लिए सवाल,अब सरकार को सही कदम उठाने का समय।

किसानों की पराली पर मचे हाहाकार के बीच में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया आई है। उनका कहना है कि सरकार पराली का स्थाई समाधान करें लेकिन प्रदूषण के लिए अकेली पराली ही जिम्मेदार नहीं बल्कि उद्योग और निर्माण कार्य भी जिम्मेदार है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार किसानों की पराली पर एमएसपी फिक्स करे और खरीदें। भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में ढाई हजार तो हरियाणा में हजार रुपए प्रति एकड़ किसानों को पराली के लिए दे रही है सरकार।

Body:परानी से फैले प्रदूषण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण का एक कारण पराली जरूर हो सकती है लेकिन प्रदूषण के लिए केवल प्रराली ही जिम्मेवार नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के लिए निर्माण कार्य और उद्योग भी उतने ही जिम्मेवार हैं।भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार किसानों के साथ भेदभाव कर रही है क्योंकि पंजाब में किसानों को ढाई हजार रुपए प्रति एकड़ दिया जा रहा है जबकि हरियाणा में सरकार ₹1000 प्रति एकड़ पराली के लिए किसानों को दे रही है।Conclusion: उन्होंने कहा कि सरकार पराली पर एमएसपी फिक्स करें और किसानों की पैराली खरीदें क्योंकि किसानों के पास पराली को रखने की जगह नहीं है। उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि पराली को अनेक प्रयोगों में लाया जा सकता है। उद्योग खाद व अलग-अलग कामों में पराली काम आ सकती है इसलिए सरकार किसानों की पराली खरीदें। उन्होंने कहा कि प्रदूषण का दोष केवल किसानों पर नहीं लगाया जा सकता इसलिए अब समय आ गया है कि सरकार पराली के लिए स्थाई समाधान करें।

बाइट:-भूपेंद्र सिंह हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.