रेवाड़ी: पुलिस की ओर से दावा किया जाता है कि वह हमेशा जनता के साथ है. लेकिन, हरियाणा के रेवाड़ी जिले के बावल क्षेत्र में पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं. दरअसल बावल क्षेत्र में एक विद्युतकर्मी को थाने में बुलाकर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का मामला सुर्खियों में है. एसपी ने इस मामले में महिला एएसआई सहित दो कर्मियों को लाइन हाजिर करते हुए मामले की जांच डीएसपी को सौंपी है. वहीं, एसपी के इस कार्रवाई से थाने में हड़कंप मच गया.
पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण को दी शिकायत में गांव नैनसुखपुरा के सुभाष कुमार ने कहा कि वह जिला के गांव बुड़ौली पावर हाउस पर अस्थाई कर्मचारी के तौर पर कार्यरत है. उसके साले और उसकी पत्नी के बीच मनमुटाव चल रहा था. वह दोनों के बीच समझौता कराने गया था, लेकिन साले की पत्नी ने उसके खिलाफ ही बावल थाना में एक शिकायत दे दी. उसने इस शिकायत के बारे में एएसआई पूनम से 28 अप्रैल की सुबह बात की तो उन्होंने उसे थाने में बुलाया.
वह दोपहर को अपने दादा और साले के साथ थाने पहुंचा. जहां एएसआई पूनम ने गालियां देते हुए पीटना शुरू कर दिया. फिर उन्होंने उसका मेडिकल कराया और फिर वापस थाने ले आए और रातभर बिठाकर रखा. थाने में विकास और एक अन्य पुलिसकर्मी ने रात एक बजे उसे निर्वस्त्र करके जमीन पर पटक दिया और मुंह व गर्दन पर पैर रखकर एक पट्टे से पीटना शुरू कर दिया. पिटाई के बाद उसके खिलाफ शांतिभंग करने की धारा-107 व 151 के तहत उसे हवालात में बंद कर दिया.
अगले दिन परिजन थाने पहुंचे और शाम को उसकी जमानत कराई. उसका फोन भी पुलिस ने रख लिया. 1 मई को एसपी को दी शिकायत में उसने आरोप लगाया कि पूनम ने उसे फिर धमकी दी कि मुकदमे में बंद करवाकर एक साल तक जमानत नहीं होने दूंगी. सुभाष ने कहा कि तत्पश्चात वह नागरिक अस्पताल पहुंचा और अपना मेडिकल कराया.
उसने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने साज बाज होकर बिना किसी कारण के उसकी पिटाई की. अब एसपी ने मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए शिकायत की जांच का जिम्मा डीएसपी राजेश लोहान को सौंपा है. बावल थाना प्रभारी लाजपत ने कहा कि मामले की जांच डीएसपी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों को एसपी के आदेश पर लाइन हाजिर कर दिया गया है.