रेवाड़ी: बावल क्षेत्र के दर्जनों गावों के किसान आवारा पशुओं के आतंक से परेशान हैं. इस संबंध में गुरुवार को किसानों ने जिला उपायुक्त से मिलकर उन्हें इस संबंध में ज्ञापन सौंपा. जिसमें किसानों ने उपायुक्त से मांग की कि उन्हें आवारा पशुओं के आतंक से प्रशासन निजात दिलाए.
आवारा पशु फसलों को पहुंचाते हैं भारी नुकसान
किसानों ने बताया कि दस एकड़ में फैले झाबुआ बीहड़ के जंगलों से आवारा पशु जैसे नीलगाय, जंगली सुअर और अन्य मवेशी रात के समय उनके खेतों में घुस जाते हैं और खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं. जिसको लेकर कई बार किसानों ने प्रशासन से मांग की कि इसे रोकने के लिए कोई उपाय किया जाए. किसान सत्येंद्र बताते हैं कि कई बार प्रशासन और सीएम से इस संबंध में शिकायत की जा चुकी है. लेकिन प्रशासन ने आजतक कोई कार्रवाई नहीं की है.
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अपनी मांगों को लेकर किसानों ने दिया उपायुक्त को ज्ञापन
किसान मीर सिंह बताते हैं कि झाबुआ, खीजुरी और बिदावास समेत एक दर्जन गांवों में आवारा पशुओं की समस्या पिछले कई सालों से है. जिसको लेकर सरकार और प्रशासन को कई बार शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. मीर सिंह बताते हैं कि उनकी मांग है कि प्रशासन इन आवारा पशुओं को पकड़ कर किसानों की मदद करे. उन्होंने कहा कि उनकी एक और मांग है कि इस बीहड़ के चारों ओर दस फीट ऊंचा जाल लगाया जाए ताकि आवारा पशु उनके खेतों में नहीं आ पाए. इन्हीं सब मांगों को लेकर आज उपायुक्त रवि हुड्डा को ज्ञापन दिया गया. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन किसानों को समस्या से निजात नहीं दिलाता है तो किसान मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगा.