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रेवाड़ी की मंडी में दशकों बाद आई अरण्डी की फसल, व्यापारियों ने बोली लगाकर खरीदी - अरण्ड की फसल

रेवाड़ी की मंडी में दशकों को बाद अरण्डी की फसल पहुंची, जिसको खरीदने के लिए व्यापारियों ने बोली लगाई.

रेवाड़ी की मंडी में दशकों बाद अरण्डी की फसल आई
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Published : May 25, 2019, 8:48 PM IST

रेवाड़ी: नगर की नई अनाज मंडी में काफी लंबे समय के बाद अरण्डी की फसल आई है. जिसकी बिक्री की बोली मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र सिंह यादव की उपस्थिति में हुई. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसानों का अब अरण्डी की फसल की ओर रुझान बढ़ा है. दशकों बाद मंडी में यह फसल पहुंची है, जिसको लेकर व्यापारियों में उत्साह है.

किसानों को इसका उचित दाम मिलने की उम्मीद है. फसल को बढ़ावा देने हेतु एक किसान सम्मेलन शीघ्र ही क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल के सहयोग से नई अनाज मंडी में लगाया जाएगा.

इस मौके पर क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. जोगेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अरण्डी की फसल को बढ़ावा देने के लिए वे दक्षिणी-पश्चिमी हरियाणा में लगभग 13 सालों से प्रचार-प्रसार कर रहे हैं, जिसको लेकर अब किसानों में जागरूकता के साथ पैदावार बढ़ाने के प्रयास देखने को मिल रहे हैं. मौके पर मौजूद किसान कर्णसिंह, मानसिंह, राजकरण, सुरेश और सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस फसल को बोने में ज्यादा लागत नहीं आती है और मुनाफा दूसरी फसलों की तुलना में कई गुना ज्यादा आता है.

रेवाड़ी: नगर की नई अनाज मंडी में काफी लंबे समय के बाद अरण्डी की फसल आई है. जिसकी बिक्री की बोली मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र सिंह यादव की उपस्थिति में हुई. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसानों का अब अरण्डी की फसल की ओर रुझान बढ़ा है. दशकों बाद मंडी में यह फसल पहुंची है, जिसको लेकर व्यापारियों में उत्साह है.

किसानों को इसका उचित दाम मिलने की उम्मीद है. फसल को बढ़ावा देने हेतु एक किसान सम्मेलन शीघ्र ही क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल के सहयोग से नई अनाज मंडी में लगाया जाएगा.

इस मौके पर क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. जोगेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अरण्डी की फसल को बढ़ावा देने के लिए वे दक्षिणी-पश्चिमी हरियाणा में लगभग 13 सालों से प्रचार-प्रसार कर रहे हैं, जिसको लेकर अब किसानों में जागरूकता के साथ पैदावार बढ़ाने के प्रयास देखने को मिल रहे हैं. मौके पर मौजूद किसान कर्णसिंह, मानसिंह, राजकरण, सुरेश और सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस फसल को बोने में ज्यादा लागत नहीं आती है और मुनाफा दूसरी फसलों की तुलना में कई गुना ज्यादा आता है.

रेवाड़ी की मंडी में दशकों बाद अरण्ड की फसल आई
व्यापारियों ने बोली लगाकर खरीदी
रेवाड़ी, 25 मई (महेंद्र भारती)। नगर की नई अनाज मंडी में अरण्ड की फसल काफी लंबे समय के बाद आई है। इसकी बिक्री की बोली मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र सिंह यादव की उपस्थिति में हुई। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसानों का अब अरण्ड की फसल की ओर रुझान बढ़ा है। दशकों बाद मंडी में यह फसल पहुंची है। जिसको लेकर व्यापारियों में उत्साह है। किसानों को इसका उचित दाम मिलने की उम्मीद है। फसल को बढ़ावा देने हेतु एक किसान सम्मेलन शीघ्र ही क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल के सहयोग से नई अनाज मंडी में लगाया जाएगा। इस मौके पर वैज्ञानिक क्षेत्रीय अनुसंधान बावल प्रधान डा. जोगेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अरण्ड की फसल को बढ़ावा देने के लिए वे दक्षिणी-पश्चिमी हरियाणा में लगभग 13 सालों से प्रचार-प्रसार कर रहे हंै। जिसको लेकर अब किसानों में जागरूकता के साथ पैदावार बढ़ाने के प्रयास देखने को मिल रहे है। मौके पर मौजूद किसान कर्णसिंह, मानसिंह, राजकरण, सुरेश व सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस फसल को बौने में ज्यादा लागत नहीं आती है और मुनाफा दूसरी फसलों की तुलना में कई गुना ज्यादा आता है। 
 
फोटो कैप्शन
25 रेवाड़ी 3: शनिवार को रेवाड़ी की मंडी में अरण्ड की फसल को बेचते हुए किसान व मौजूद व्यापरीगण। 

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