पानीपत: दोस्ती सिर्फ इंसानों में ही नहीं, बल्कि जानवरों के बीच में भी होती है...दोस्ती यानी दिल का वो रिश्ता जो खूब सारी मस्ती, इमानदारी और जज्बातों से जुड़ा होता है और दोस्ती की एक ऐसी ही अनोखी कहानी हम आज लेकर आए हैं हरियाणा के पानीपत जिले के गांव गड़ी भलोर से, जहां एक मादा हिरण और एक महिला की दोस्ती आजकल चर्चा का विषय बनी हुई है. जी हां, गांव में रहने वाली रेशमा और मादा हिरण टोटो के रिश्ते को देखकर लगेगा की जैसे ये इन दोनों के बीच एक मां और बेटी का रिश्ता है.
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रेशमा बताती है कि दिसंबर में वो अपने खेतों में घास काटने के लिए गई थी उसी दौरान वहां एक मादा हिरण अपने बच्चे को जन्म दे रही थी लेकिन जंगली कुत्तों ने मादा हिरण पर हमला कर दिया और वो जान बचा कर वहां से भाग निकली, जिसके बाद रेशमा हिरण के बच्चे को कुत्तों से बचाकर अपने घर ले आई.
घायल इस हिरण के बच्चे को रेशमा ने घर में ही घरेलू उपचार ठीक किया और सर्दी से बचा कर रखा. आज इस हिरण के बच्चो को रेशमा और उसके परिवार से इस कदर प्रेम हो गया है कि वो रेशमा के हाथों से ही खाना खाता है, उसके पास ही सोता और परिवार के सदस्य भी उसे अकेला नहीं छोड़ते.
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हालांकि कई बार रेशमा और उसके पति ने उसे जंगल में छोड़ना चाहा लेकिन टोटो उनके पीछे आ जाती है और जंगल में नहीं जाती. रेशमा बताती है कि उसने उसकी परवरिश अपने बच्चों की तरह की है और आगे भी उसका ध्यान रखेगी.
टोटो भी रेशमा और उसके परिवार के साथ ऐसे घुलमिल गई है जैसे वो इसी परिवार की एक सदस्य हो. रेशमा भी उसे अपने बच्चे की तरह पालती है और उसका पूरा ध्यान रखा जाता है.
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रेशमा और टोटो के प्यार की ये कहानी देखकर साबित होता है कि ये बेजुबान जानवर भी किसी का एहसान नहीं भूलते. रेशमा ने जंगली कुत्तों से टोटो की जान बचाई थी और तभी से टोटो भी रेशमा और उसके परिवार से अलग नहीं होना चाहती.