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महिला ने जंगली कुत्तों से बचाई थी हिरण की जान, आज दोनो में है मां-बेटी जैसा रिश्ता - पानीपत महिला हिरण बचाई जान

पानीपत जिले की एक महिला और हिरण की दोस्ती आजकल चर्चा में है, इस बेजुबान जानवर और महिला के प्रेम को देखकर एसा लगता है कि

mother-daughter relationship between reshma and deer of panipat
महिला ने जंगली कुत्तों से बचाई थी हिरण की जान, आज पूरे गांव में हैं रेशमा और टोटो की दोस्ती के चर्चे
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Published : Mar 13, 2021, 10:32 AM IST

Updated : Mar 13, 2021, 12:18 PM IST

पानीपत: दोस्ती सिर्फ इंसानों में ही नहीं, बल्कि जानवरों के बीच में भी होती है...दोस्ती यानी दिल का वो रिश्ता जो खूब सारी मस्ती, इमानदारी और जज्बातों से जुड़ा होता है और दोस्ती की एक ऐसी ही अनोखी कहानी हम आज लेकर आए हैं हरियाणा के पानीपत जिले के गांव गड़ी भलोर से, जहां एक मादा हिरण और एक महिला की दोस्ती आजकल चर्चा का विषय बनी हुई है. जी हां, गांव में रहने वाली रेशमा और मादा हिरण टोटो के रिश्ते को देखकर लगेगा की जैसे ये इन दोनों के बीच एक मां और बेटी का रिश्ता है.

ये भी पढ़ें: कहानी सशक्त नारी की: पति ने की बॉर्डर की पहरेदारी, पत्नी ने खेतों की रक्षा के लिए उठा ली बंदूक

रेशमा बताती है कि दिसंबर में वो अपने खेतों में घास काटने के लिए गई थी उसी दौरान वहां एक मादा हिरण अपने बच्चे को जन्म दे रही थी लेकिन जंगली कुत्तों ने मादा हिरण पर हमला कर दिया और वो जान बचा कर वहां से भाग निकली, जिसके बाद रेशमा हिरण के बच्चे को कुत्तों से बचाकर अपने घर ले आई.

महिला ने जंगली कुत्तों से बचाई थी हिरण की जान, आज पूरे गांव में हैं रेशमा और टोटो की दोस्ती के चर्चे

घायल इस हिरण के बच्चे को रेशमा ने घर में ही घरेलू उपचार ठीक किया और सर्दी से बचा कर रखा. आज इस हिरण के बच्चो को रेशमा और उसके परिवार से इस कदर प्रेम हो गया है कि वो रेशमा के हाथों से ही खाना खाता है, उसके पास ही सोता और परिवार के सदस्य भी उसे अकेला नहीं छोड़ते.

ये भी पढ़ें: बुलबुल तवायफ...जिसने हिला दी थी अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें, आज भी होते हैं चर्चे

हालांकि कई बार रेशमा और उसके पति ने उसे जंगल में छोड़ना चाहा लेकिन टोटो उनके पीछे आ जाती है और जंगल में नहीं जाती. रेशमा बताती है कि उसने उसकी परवरिश अपने बच्चों की तरह की है और आगे भी उसका ध्यान रखेगी.

टोटो भी रेशमा और उसके परिवार के साथ ऐसे घुलमिल गई है जैसे वो इसी परिवार की एक सदस्य हो. रेशमा भी उसे अपने बच्चे की तरह पालती है और उसका पूरा ध्यान रखा जाता है.

ये भी पढ़ें: पानीपत के टॉपर स्कूल में 900 से ज्यादा बच्चों के लिए महज 6 कमरें, क्लासरूम बन जाता है कचहरी

रेशमा और टोटो के प्यार की ये कहानी देखकर साबित होता है कि ये बेजुबान जानवर भी किसी का एहसान नहीं भूलते. रेशमा ने जंगली कुत्तों से टोटो की जान बचाई थी और तभी से टोटो भी रेशमा और उसके परिवार से अलग नहीं होना चाहती.

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रेशमा बताती है कि दिसंबर में वो अपने खेतों में घास काटने के लिए गई थी उसी दौरान वहां एक मादा हिरण अपने बच्चे को जन्म दे रही थी लेकिन जंगली कुत्तों ने मादा हिरण पर हमला कर दिया और वो जान बचा कर वहां से भाग निकली, जिसके बाद रेशमा हिरण के बच्चे को कुत्तों से बचाकर अपने घर ले आई.

महिला ने जंगली कुत्तों से बचाई थी हिरण की जान, आज पूरे गांव में हैं रेशमा और टोटो की दोस्ती के चर्चे

घायल इस हिरण के बच्चे को रेशमा ने घर में ही घरेलू उपचार ठीक किया और सर्दी से बचा कर रखा. आज इस हिरण के बच्चो को रेशमा और उसके परिवार से इस कदर प्रेम हो गया है कि वो रेशमा के हाथों से ही खाना खाता है, उसके पास ही सोता और परिवार के सदस्य भी उसे अकेला नहीं छोड़ते.

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हालांकि कई बार रेशमा और उसके पति ने उसे जंगल में छोड़ना चाहा लेकिन टोटो उनके पीछे आ जाती है और जंगल में नहीं जाती. रेशमा बताती है कि उसने उसकी परवरिश अपने बच्चों की तरह की है और आगे भी उसका ध्यान रखेगी.

टोटो भी रेशमा और उसके परिवार के साथ ऐसे घुलमिल गई है जैसे वो इसी परिवार की एक सदस्य हो. रेशमा भी उसे अपने बच्चे की तरह पालती है और उसका पूरा ध्यान रखा जाता है.

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रेशमा और टोटो के प्यार की ये कहानी देखकर साबित होता है कि ये बेजुबान जानवर भी किसी का एहसान नहीं भूलते. रेशमा ने जंगली कुत्तों से टोटो की जान बचाई थी और तभी से टोटो भी रेशमा और उसके परिवार से अलग नहीं होना चाहती.

Last Updated : Mar 13, 2021, 12:18 PM IST
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