पानीपत: स्टेट विजिलेंस रिपोर्ट से रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष और तालमेल कमेटी के संतुष्ट नजर आ नहीं आ रहे हैं. राज्य इंटेक्स के प्रधान अनूप सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री ने लिखित रूप में इस बात को माना है कि 510 बसों में घोटाला हुआ है, तो मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रभाव से 510 बसों की इस पॉलिसी को रद्द क्यों नहीं किया.
'प्रदेश में बढ़ रहा भ्रष्टाचार'
उन्होंने कहा कि 18 दिन की रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से प्रदेश के खजाने को बचाया है. उन्होंने मंत्री, एसीएस और बड़े अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेन्स की बात करते हैं लेकिन प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है.
'विभाग और प्रशासन दोनों इस घोटाले के सरगना'
उधर हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष इंदर सिंह वघाना ने कहा कि सरकार और प्रशासन इस पूरे मामले पर लीपा पोती कर रहा है. उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री के कार्यालय में और उसके नीचे काम करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर जो कच्चा कर्मचारी है उसके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. जबकि यह इस पूरे टेंडर की कार्रवाई परिवहन मंत्री के ऑफिस में पूरी की गई. उन्होंने विभाग और प्रशसन दोनों इस घोटाले के सरगना कहा.