पानीपत: हरियाणा सरकार द्वारा राज्य की सभी अनाज मंडियों में गेहूं की फसल की खरीद 1 अप्रैल से शुरू कर दी गई थी और किसान लगातार गेहूं की फसल को मंडियों में ला रहे हैं. पानीपत की अनाज मंडी में सबसे बड़ी समस्या इस समय उठान को लेकर हो रही है.
पानीपत की अनाज मंडी में हर तरफ गेहूं दिखाई दे रहा है. खुले में पड़ा ये गेहूं और मौसम का बदलता मिजाज गेहूं को भिगो सकता है. जैसा कि राज्य के कई जिलों में शुक्रवार को हुई बारिश के बाद देखने को मिला है. वहीं सरकार ने शनिवार और रविवार को खरीद कार्य बंद भी कर दिया है.
वहीं पानीपत की अनाज मंडी में अब तक 5,17,754 क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है. अगर लिफ्टिंग की बात करें तो 1,54,044 क्विंटल गेहूं का उठान हो पाया है और 3,63,710 क्विंटल गेहूं अभी भी खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है.
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पानीपत की अनाज मंडी में सिर्फ एक ही साइड होने के कारण सेट भी फुल हो चुका है. हरियाणा सरकार द्वारा राज्य की सभी मंडियों में शनिवार और रविवार को गेहूं की खरीद पर रोक लगा दी है ताकि मंडियों में जो गेहूं पड़ा हुआ है उसका उठान हो सके. उठान का कार्य धीमा होने के कारण किसान भी परेशान हो रहे हैं.
अब मंडियों में जगह ना होने के कारण किसान भी मंडियों में गेहूं नहीं ला रहे हैं और कुछ मौसम के डर से भी नहीं आ रहे हैं. पिछले साल के मुताबिक अब का आंकड़ा भी लगभग बराबर है.
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