पंचकूला: एक सरकारी स्कूल के बच्चों को स्मार्टफोन बांटने के बाद सोनू सूद ने चंडीगढ़ के अपने दोस्त करण गिल्होत्रा के साथ मिलकर एक बार फिर से उन बच्चों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, जिन्हें ऑनलाइन क्लासेज करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. सूद ने इंडस टावर्स और एयरटेल के सहयोग से गांव में एक मोबाइल टावर लगवाया है. ताकि क्षेत्र में इंटरनेट की नेक्टिविटी बेहतर हो जाए. जब इंटरनेट की कनेक्टिवटी ठीक रहेगी तो गांव में बच्चे अच्छे से पढ़ाई कर पाएंगे.
बता दें कि पंचकूला के मोरनी ब्लॉक में 83 स्कूल हैं, जिनमें करीब साढ़े तीन हजार विद्यार्थी पढ़ते हैं. पंचकूला से मोरनी वाया माधना से करीब 35 किलोमीटर के सफर में 25 किलोमीटर का रास्ता बिल्कुल सुनसान और जंगली है. यहां किसी भी कंपनी का नेटवर्क नहीं है. मोरनी के दापना गांव में सिग्नल नहीं मिलने की वजह से छात्रों को पेड़ पर चढ़ना पड़ता था. जिसके बाद ही वो पढ़ाई कर पाते थे.
ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाई थी बच्चों की आवाज
इस गांव में इंटरनेट की समस्या का खुलासा तब हुआ जब बच्चों का पेड़ पर बैठकर पढ़ने का एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में गांव दापना, मोरनी के बच्चे इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए पेड़ पर बैठे हुए थे. जिससे कि वो अपना होमवर्क कर सकें. ईटीवी भारत ने ये खबर प्रमुखता से दिखाई थी. सोनू सूद का जब इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित हुआ तो उन्होंने तुरंत बच्चों की मदद के लिए काम करना शुरू कर दिया.
टावर लगने से बच्चें को ऑनलाइन पढ़ाई में मिलेगी मदद
शहर के परोपकारी एवं पीएचडी चेंबर, पंजाब के चेयरमैन करण गिल्होत्रा ने बताया कि ये देखकर बहुत बुरा लगा कि बच्चे अपनी बुनियादी पढ़ाई के लिए जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में हम इस तरह की समस्याओं को हल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. जरूरतमंदों तक पूरी मदद पहुंचाएंगे.
उन्होंने बताया कि स्थिति के बारे में जानने के बाद उन्होंने इंडस टावर्स और एयरटेल से बात की, जिन्होंने टावर लगाने में मदद की. जिसके बाद इंडस को पोल लगाने के लिए गांव का सहयोग मिला. जहां सक्रिय बुनियादी ढांचे को इन्सटॉल किया जा चुका है. इससे क्षेत्र में नेटवर्क कनेक्टिविटी बेहतर होगी और छात्र घर में सुरक्षित रहते हुए अपनी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रख सकेंगे.
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है, उन्हें उज्जवल भविष्य की ओर आगे बढ़ने का हर मौका मिलना ही चाहिए. उनका मानना है कि इस तरह की चुनौतियां बच्चों के सामने बाधा नहीं बननी चाहिए. सूद ने कहा कि उनके लिए गर्व की बात है कि उन्हें इस दूर-दराज के गांव में मोबाइल टावर लगाकर बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई को सुगम बनाने का मौका मिला. अब बच्चों को मोबाइल सिग्नल के लिए पेड़ पर नहीं चढ़ना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें:-पंचकूला: मोरनी में पेड़ पर चढ़ने से आता है मोबाइल नेटवर्क, फिर होती है ऑनलाइन पढ़ाई
बता दें कि लॉकडाउन की शुरूआत से ही सोनू सूद और करण गिल्होत्रा ज़रूरतमंदों की मदद के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने चण्डीगढ़, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, उड़ीसा और आन्ध्रप्रदेश जैसे राज्यों में छात्रों को स्मार्टफोन बांटे हैं. स्मार्टफोन के अलावा उन्होंने छात्रों को किताबें, किसानों को ट्रैक्टर मुहैया कराए. हूच त्रासदी के बच्चों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए और लोगों की चिकित्सा संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में मदद की. लोग भी ट्विटर के माध्यम से इनसे संपर्क करते हैं और वे तुरंत जवाब देकर जल्द से जल्द ज़रूरतमंदों तक सहायता पहुंचाते हैं.