पंचकूला: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर तंज कसा है. सुरजेवाला ने पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार गेहूं खरीद को तीन हिस्सों में 30 जून तक टाल कर किसान के साथ घिनौना षड्यंत्र कर रही है. 26 मार्च 2020 को जारी किया गया बीजेपी-जेजेपी सरकार का तुगलकी फरमान अपने आप में किसान, खेत मजदूर के साथ भद्दा और क्रूर मजाक है. जिसके तहत गेहूं खरीद को टालकर 30 जून 2020 तक ले जाया गया है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह रहे हैं कि किसान अपने गेहूं की फसल काटकर घर रख लें. वहीं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जोकि विभाग के मंत्री हैं. वे शराबियों की सेहत की चिंता से फुर्सत नहीं ले रहे, यदि फुर्सत लें, तो ही वे किसान और खेत मजदूर के बारे सोचें. उन्होंने कहा कि किसान विरोधी बीजेपी-जेजेपी सरकार तुगलकी फरमान और षड्यंत्र के चलते इन पहलुओं को जानबूझकर नजरअंदाज कर रही है.
गेहूं खरीद को लेकर सरकार से रणदीप सुरजेवाला के सवाल
- हरियाणा का किसान गेहूं की फसल 1 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच अनाज मंडी में बेचता है. यही पिछले सब सालों का तजुर्बा है. ऐसे में किसान 23 जून 2020 तक फसल कैसे नहीं काटे या अनाज मंडी में ना बेचें?
- मनोहर, दुष्यंत चौटाला ये नहीं समझते कि अगर किसान फसल की कटाई नहीं करेगा तो खड़ी फसल नष्ट हो जाएगी?
- बीजेपी-जेजेपी सरकार को ये ज्ञान नहीं कि किसान 3 महीने तक यानी 30 जून 2020 तक फसल का घर में भंडारण नहीं कर सकता, क्योंकि 90% किसान 5 एकड़ से कम जमीन का मालिक है और उसे मौजूदा फसल का कर्ज भी चुकाना है?
- क्या खट्टर सरकार ये नहीं समझती कि अगर किसान 30 जून 2020 तक कटाई नहीं करेगा तो फिर खरीफ फसल की बिजाई कैसे होगी?
- क्या कारण है कि खट्टर सरकार ने आज तक गेहूं सरसों खरीद के लिए ना तो बारदाना यानी कट्टे खरीदें, ना खरीद के लिए अनाज मंडी आवंटित की, ना फूड एवं सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट की मीटिंग ली, ना मंडी लेवल कमेटियां बनाई, तो फिर गेहूं या सरसों की खरीद कैसे होगी?
- क्या कारण है कि तीन बार हुई बेमौसम की बारिश और ओलों से नष्ट हुई किसान की फसल के मुआवजे की आज तक एक फूटी कौड़ी नहीं दी गई?
- क्या कारण है कि केंद्र सरकार ने आज तक खरीद के बारे में एफसीआई की जिम्मेदारी निर्धारित नहीं की?
- क्या केंद्र की मोदी सरकार ये भूल गई कि देश की खाद्य सुरक्षा हरियाणा और पंजाब पर निर्भर है?