पंचकूला: हरियाणा के नए डीजीपी मनोज यादव ने पंचकूला सेक्टर-6 स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचकर सलामी ली. नए डीजीपी का पंचकूला पुलिस मुख्यालय पहंचने पर जोरदार स्वागत किया गया.
हरियाणा के नवनियुक्त डीजीपी मनोज यादव पदभार संबालने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए जिसमें उन्होंने निम्न बातों की चर्चा की.
- कानून व्यवस्था बनाये रखना, अपराधों की रोकथाम ,कमजोर तबके के लिये लोगो और महिलाओ के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर प्रभावी ढंग से काम करे.
- लोकसभा चुनाव निष्पक्ष और बिना डर भय के रहे इस तरह का भी मेरा प्रयास रहेगा.
- जनसेवा और पुलिस सेवा की शुरुवात प्रशांत मेरे बेच मेट मेरे साथ पहले से ही है.
- 16 बरस पहले डेपूटेशन में इंटेलिजेंस में गया था. आज वापिस लौटा हूं. मुझे आज बहुत खुशी हो रही है, अपने वापस लौटने की. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां के लोग कर्मठ है कर्म में विश्वास रखते हैं.
- हरियाणा पुलिस की कार्यशैली भी कुछ इसी तरह है. हरियाणा मेरा घर है. मैं कभी इससे अन टच नहीं रहा.
- जब हमने नोकरी जॉइन की तो यहां पंजाब के आतंकवाद का साया था बलिदान भी दिए. उस समय हमारे 4 पुलिस कर्मी शहीद हुए.
- मेरा प्रयास रहेगा की जन सेवा और जन कल्याण में योगदान दें. नागरिकों को साथ रखकर काम करे.
डीजीपी मनोज यादव से जुड़ी मुख्य बातें
ऑफिसर मनोज यादव ने DGP बीएस संधू की जगह ली है. बीएस संधू का कार्यकाल बीते 31 जनवरी को समाप्त होने के कारण ये पद रिक्त चल रहा था. जिसके चलते डॉ. केपी सिंह को कार्यवाहक DGP का दायित्व सौंप रखा था.
बता दें कि मनोज यादव मूल रूप से यूपी के जिला अलीगढ़ के रहने वाले हैं, जो 1988 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्होंने DGP पद की दौड़ में शामिल नौ सीनियर IPS अधिकारियों को पछाड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया है. उनकी रिटायरमेंट 31 जुलाई 2025 को है. करीब 16 साल के लंबे अंतराल के बाद यादव अपने कैडर हरियाणा में वापस लौट रहे हैं. आखिर लंबे विचार विमर्श के बाद हरियाणा को नया डीजीपी मिल गए.
हरियाणा में DGP की नियुक्ति को लेकर UPSC ने सुप्रीम कोर्ट की हिदायतों का अनुपालन किया है. जिन IPS अधिकारियों का कार्यकाल दो साल से कम बचा है, उनके नामों पर UPSC ने विचार नहीं किया. दो साल का कार्यकाल बचा होने की शर्त के बाद सरकार की ओर से भेजे गए 9 IPS अफसरों में 4 DGP बनने की दौड़ से बाहर हो गए थे.