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पंचकूला: जीरकपुर-शिमला राजमार्ग पर मिला पांच माह का भ्रूण - panchkula news

कालका के पास जीरकपुर-शिमला राजमार्ग पर मृत अवस्था में एक भ्रूण मिला है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

जीरकपुर-शिमला राजमार्ग पर मिला पांच माह का भ्रूण
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Published : Jun 12, 2019, 7:41 PM IST

पंचकूला: बुधवार को जीरकपुर-शिमला राजमार्ग पुल के नीचे एक पांच माह का भ्रूण मृत अवस्था में मिला है. स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच के लिये सीन ऑफ क्राइम टीम को मौके पर बुलाया.

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फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि ये भ्रूण यहां कैसे पहुंचा और इसके पीछे का मामला क्या है.

पंचकूला: बुधवार को जीरकपुर-शिमला राजमार्ग पुल के नीचे एक पांच माह का भ्रूण मृत अवस्था में मिला है. स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच के लिये सीन ऑफ क्राइम टीम को मौके पर बुलाया.

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फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि ये भ्रूण यहां कैसे पहुंचा और इसके पीछे का मामला क्या है.

Intro:बोरवेल में गिरने से फतेहपुर की हुई मौत का मामला हाईकोर्ट पहुंचा


Body:करीब 13 साल पहले 5 साल का प्रिंस हरियाणा के शाहबाद में एक बोरवेल में गिर गया था जून 2010 में गुरदासपुर जिले के देहरा गांव में एक 3 साल की लड़की भी गिर गई थी । इसी तरह पंजाब के संगरूर में 6 जून को बोरवेल में गिरे 3 साल के फतेहवीर को भी नहीं बचा जा।फतेहत वीर को लगभग 109 घंटे बाद बोरवेल से निकाला गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी इस मामले को लापरवाही के रूप में देखा जा सकता है इसके खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। याचिका में बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कुछ दिशा-निर्देश जारी किए थे लेकिन सरकार द्वारा उनकी पालना नहीं की जा रही फतेहवीर को बचाने के लिए जो कदम उठाने जाना चाहिए थे वह नहीं उठाए गए यह
एक बहुत बड़ी लापरवाही जिसका एक 3 साल के बच्चे ने अपनी जान देनी पड़ी। मामले में इस मामले की पूरी जांच करवाने परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की गई है। हाई कोर्ट की वेकेशन बेंच इस मामले में सोमवार को सुनवाई करेगी याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट को बताया कि 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किए थे जिसके अनुसार गांव में बोरवेल की खुदाई सरपंच कृषि विभाग के अधिकारी की निगरानी में करनी है शहर में ग्राउंड वाटर डिपार्टमेंट स्वास्थ्य विभाग नगर निगम के इंजीनियर की है । नियमों के अनुसार जहां पर बोरवेल लगाना है वहां पर कंटीली तारें कंक्रीट की दीवार वह चेतावनी बोर्ड लगाना भी जरूरी है लेकिन इन नियमों की किसी तरह की पालना नहीं की जा रही जिस कारण इस बच्चे ने अपनी जान गंवानी पड़ी


Conclusion:
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