यमुनानगर: जिले में ठगों ने कैंसर के मरीजों तक को नहीं छोड़ा. ठगों का गैंग कैंसर के मरीजों को इलाज के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपए ऐंठता था. शिकायत मिलने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि अब तक किसी भी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है.
कैंसर के मरीजों से ठगी: दरअसल, एक गिरोह ड्रैगन सांप के जरिए कैंसर के मरीजों के इलाज का दावा करता था. इसके बाद दवा के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करता था. ठग ये दावा करते थे कि दवा की तीन खुराक से ही कैंसर मरीजों का इलाज हो जाएगा. इस तरह के 4 मामले यनुनानगर थाना में दर्ज किया गया. पुलिस ने शिकायत मिलने पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में है.
रिटायर सैनिक से ठगी: यमुनानगर पुलिस को रिटायर सैनिक अशोक भाटिया ने शिकायत की. भाटिया ने शिकायत में बताया, "उनसे 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गयी है. उसे दर्पण नाम के व्यक्ति ने हैरी उर्फ हरप्रीत और मुरसलीन नाम के लोगों से मिलवाया. बातों में उलझाकर कहानी बनाकर उन्होंने उससे 35 लाख रुपए ठग लिए. ठगों ने अशोक को नकली ड्रैगन सांप दिखाकर और उसका करोड़ों रुपए में सौदा होने के नाम पर उसे उलझाया. लाभ दिखाकर 35 लाख रुपए ठग लिए. इस तरह ठगों ने कई और लोगों को भी अपना शिकार बनाया है."
पिस्टल दिखाकर ठगी: वहीं, यमुनानगर में पहुंचे जीरकपुर निवासी गुरशरण सिंह ने बताया कि उनके साथ भी इसी ठग गिरोह ने एक करोड़ 80 लाख रुपए की ठगी की है. ठगों ने उसे सांप नुमा कोई चीज दिखाई, जब उनकी पत्नी कैंसर से पीड़ित थी, तो बताया कि उसका कैंसर तीन इंजेक्शन से ठीक हो जाएगा और इंजेक्शन एक जानवर की दवाई से बनता है. गुरशरण सिंह ठगों के बातों में आ गया. हालांकि जब उसे उनकी झूठ का एहसास हुआ तो उसने पैसे देने से इंकार कर दिया. इसके बाद ठगों ने एक करोड़ 80 लाख रुपए पिस्टल की नोंक पर उससे ले लिए. शिकायत पर पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. फिलहाल इन मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. इसी तरह से अंबाला, लुधियाना के कई लोगों से भी इस गिरोह ने करोड़ों की ठगी की है.
इस मामले में यमुनानगर पुलिस ने हरप्रीत और मुरसलीन सहित चार लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. -मशरूफ, पुलिस जांच अधिकारी
सांप से कैंसर के इलाज का दावा: जांच अधिकारी मशरूफ के मुताबिक ड्रैगन सांप की चोरी-छुपे तस्करी होती है. उसे करोड़ों रुपए में बेचा जाता है. इसी का लाभ उठाकर यह गिरोह लंबे समय से लोगों को बेवकूफ बना कर उनसे मोटी राशि ठग रहा है. ये दावा करते हैं कि इस सांप के जरिए वे कैंसर का इलाज करते हैं. ये गिरोह नकली ड्रैगन सांप लोगों को दिखाता था. बाद में पता चलता है कि वह मरा हुआ या नकली ड्रैगन है.इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि अब तक पुलिस ने गिरोह के किसी भी सदस्य को गिरफ्तार नहीं किया है.
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