पलवल: सीएम फ्लाइंग फरीदाबाद की टीम ने पलवल जिले के गांव दीघोट और रुंधी में बिना बिजली विभाग की अनुमति के लगाए गए तीन कृषि ट्यूबवेल पर छापा मारा. छापेमारी के दौरान टीम को तीनों ट्यूबवेल का कोई रिकॉर्ड बिजली विभाग में नहीं मिला. पलवल में अवैध ट्यूबवेल पर की गई छापेमारी के दौरान सीएम फ्लाइंग टीम के साथ बिजली विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे.
जांच में सामने आया कि इन्हें लगाने के लिए किसानों से एक ठेकेदार ने ढाई लाख रुपये लिए थे. इसकी जांच के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की जांच के दौरान दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री उड़नदस्ता फरीदाबाद के डीएसपी राजेश चेची ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि गांव दीघोट में एक और रुंधी में दो कृषि ट्यूबवेल बिना बिजली विभाग की अनुमति के चल रहे हैं.
पढ़ें: पलवल में साइको किलर को फांसी की सजा, 2 घंटे में 6 लोगों को उतारा था मौत के घाट
इन अवैध ट्यूबवेल कनेक्शन की सूचना पर टीम द्वारा मौके पर जाकर छापामार कार्रवाई की गई. छापेमारी के दौरान बिजली विभाग द्वारा रिकॉर्ड चेक किया गया लेकिन तीनों ट्यूबवेल का कोई रिकॉर्ड बिजली विभाग में नहीं मिला. उन्होंने बताया कि बिना स्टीमेट कॉस्ट जमा कराएं, सरकारी सामान जैसे खंबे, तार और ट्रांसफार्मर इत्यादि का उपयोग करते हुए अवैध बिजली कनेक्शन लगाए गए थे.
पढ़ें: रेवाड़ी में लाखों रुपये की चोरी, मकान मालिक और परिजनों को सोते समय कमरे में किया बंद
पूछताछ के दौरान मौखिक तौर पर टीम को यह बताया गया कि इन कनेक्शन को लगवाने में ठेकेदार द्वारा ढाई लाख रुपये किसानों से लिए गए हैं. इस संबंध में बिजली बोर्ड पलवल द्वारा भ्रष्टाचार संबंधित तथ्यों की जांच के लिए एवं अवैध ट्यूबवेल कनेक्शन करने व करवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो कि सभी तथ्यों को मध्य नजर रखते हुए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट देगी.