पलवल : हरियाणा के पलवल में मंगलवार को सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल (Cooperation Minister Banwari Lal in Palwal) ) ने पलवल शुगर मिल के 38 वें गन्ना पेराई सत्र 2021-22 का शुभारंभ करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने डीएपी खाद की किल्लत (DAP Fertilizer Crisis) को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना की वजह से खाद बनाने में थोड़ी देरी हुई है जल्दी खाद के रेक भेजे जा रहे हैं.
मंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि इस साल मिल क्षेत्र में कुल 20330 एकड़ गन्ना है. मील क्षेत्र में किसानों द्वारा 48 लाख क्विंटल गन्ने की बॉन्डिंग कराई गई है. मील को लगभग 42 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले अगेती किस्म की पेड़ी गन्ना लिया जाएगा. जिसके बाद मध्यम पेड़ी पछेती पेड़ी का गन्ना लिया जाएगा. उन्होंने सभी गन्ना किसानों से अपील की है कि वे अपनी लेबर का इंतजाम कर ले. उन्होंने कहा कि इस सीजन के दौरान पूरे देश में हरियाणा सरकार द्वारा गन्ने का ज्यादा भाव है.
362 रुपये अगेती किस्म तथा पछेती किस्म के लिए 355 रुपए प्रति क्विंटल दिया गया है. सहकारिता मंत्री ने कहा कि पलवल शुगर मिल में आने वाले पूरे गन्ने की पेराई की जाएगी. हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को गन्ने की फसल की पेमेंट समय पर की जाएगी. उन्होंने कहा कि पलवल शुगर मिल की पेराई क्षमता 1600 टीसीडी से बढ़ाकर 1900 टी सी डी कर दी गई है. ' दूसरे फेस में 2200 टीसीडी तक बढ़ा दिया जाएगा.इस साल पलवल कैथल में शुगर मिल में गुणवत्ता युक्त गुड और शक्कर का भी उत्पादन किया जाएगा और इसकी मार्केटिंग भी की जाएगी. मंत्री ने कहा कि प्रदेश की शुगर मिल में एथलान का प्लांट शुरू किया जाएगा. जिसमें पलवल, शाहबाद, पानीपत, करनाल, रोहतक से मिले दूसरे चरण में शुगर मिल में भी एथलान का प्लांट लगाया जाएगा.
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