नूंहः जिले के बहुचर्चित गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग को खूनी मार्ग के नाम से जाना जाता है. वजह है यहां होने वाले हादसे. आए दिन बढ़ती दुर्घटनाओं के मद्देनजर क्षेत्र के लोग इस मार्ग पर अब आने-जाने से भी कतराने लगे हैं.
इतने लोग गंवा चुके हैं जान
मिले आंकड़ों के मुताबिक, एनएच 248ए पर सड़क हादसों का अगर औसत निकाला जाए तो 1 दिन में इस मार्ग पर करीब 6 हादसे होते हैं. वहीं अब तक इस राष्ट्रीय मार्ग पर 2,150 दुर्घटनाओं में 1,061 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 2,425 लोग इन दुर्घटनाओं में घायल भी हुए हैं.
सड़क संकरी होने और ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है. यही नहीं सड़क दुर्घटनाओं से राहगीरों को सचेत करने के लिए सड़क पर बनी पुलियों पर पेंट से खूनी मार्ग तक लिखवा दिया गया है.
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों के मुताबिक सड़क चौड़ीकरण का मुद्दा लोग पहले भी कई बार उठाया जा चुका है, लेकिन अभी तक किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया. आला अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए और लोगों की समस्या का समाधान करना चाहिए.