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नूंह में सरसों की रिकॉर्ड तोड़ बिजाई, उत्पादन में रेवाड़ी के बाद दूसरे स्थान पर पहुंचा

राजस्थान को टक्कर देने के लिए हरियाणा सरकार ने सरसों उत्पादन खास ध्यान दे रहा है. इसका अच्छा असर नूंह में देखने को मिला. नूंह में इस बार सरसों की बिजाई लक्ष्य से ज्यादा हो रहा है.

Noon reached second place in mustard production in haryana
Noon reached second place in mustard production in haryana
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Published : Dec 19, 2020, 11:07 AM IST

नूंह: हरियाणा में सरसों के उत्पादन में सबसे अव्वल जिलों की सूची में नूंह शामिल हो गया है. हरियाणा में रेवाड़ी के बाद सरसों उत्पादन में नूंह दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. नूंह में पैदा होने वाली सरसों के उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता काफी अच्छी है. ये जानकारी कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर डॉ. अजय कुमार ने दी है.

डॉ. अजय तोमर ने बताया कि जो आजकल कड़ाके की ठंड पड़ रही है. उससे किसानों की फसल को नुकसान हो सकता है, लेकिन नुकसान से बचने के लिए किसान भाई इन फसलों की सिंचाई करें और अगर सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं है, तो खेतों के आसपास शाम के समय हल्का धुंआ करें ताकि फसलों को ठंड से बचाया जा सके.

नूंह में सरसों की रिकॉर्ड तोड़ बिजाई

उन्होंने कहा कि सरकार ने नूंह जिले के कृषि विभाग को 24,000 हेक्टेयर भूमि में सरसों की बिजाई का लक्ष्य दिया था ,लेकिन कृषि विभाग ने 29,000 हेक्टेयर भूमि में सरसों की बिजाई कराई है, जो लक्ष्य से 5000 हेक्टेयर अधिक है. तोमर ने कहा कि इस बार सरसों की फसल अच्छी है और फिलहाल पीले-पीले फूल सब को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है. कुछ दिन बाद सरसों में फलिया आना शुरू हो जाएंगी.

ये भी पढ़ें- सरकार ने किसानों की सभी मांगें मानी, कृषि कानून रद्द नहीं हो सकते: अजय चौटाला

कुल मिलाकर बसंत ऋतु आने वाले हैं और उससे पहले सरसों की फसल खेतों में लहरा रही है. किसान इस फसल को कैश क्रॉप मानता है. भाव अच्छा मिले और उत्पादन ठीक हो तो किसान की आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो जाएगी.

कुल मिलाकर इस बार सरसों की फसल की अच्छी पैदावार की उम्मीद कृषि विभाग से लेकर किसान तक कर रहे हैं. बता दें कि पड़ोसी राजस्थान को टक्कर देने के चक्कर में हरियाणा सरकार ने खरीद और उठान की बिना ठोस व्यवस्था किए इस बार सरसों उत्पादन का लक्ष्य बढ़ाया है.

नूंह: हरियाणा में सरसों के उत्पादन में सबसे अव्वल जिलों की सूची में नूंह शामिल हो गया है. हरियाणा में रेवाड़ी के बाद सरसों उत्पादन में नूंह दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. नूंह में पैदा होने वाली सरसों के उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता काफी अच्छी है. ये जानकारी कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर डॉ. अजय कुमार ने दी है.

डॉ. अजय तोमर ने बताया कि जो आजकल कड़ाके की ठंड पड़ रही है. उससे किसानों की फसल को नुकसान हो सकता है, लेकिन नुकसान से बचने के लिए किसान भाई इन फसलों की सिंचाई करें और अगर सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं है, तो खेतों के आसपास शाम के समय हल्का धुंआ करें ताकि फसलों को ठंड से बचाया जा सके.

नूंह में सरसों की रिकॉर्ड तोड़ बिजाई

उन्होंने कहा कि सरकार ने नूंह जिले के कृषि विभाग को 24,000 हेक्टेयर भूमि में सरसों की बिजाई का लक्ष्य दिया था ,लेकिन कृषि विभाग ने 29,000 हेक्टेयर भूमि में सरसों की बिजाई कराई है, जो लक्ष्य से 5000 हेक्टेयर अधिक है. तोमर ने कहा कि इस बार सरसों की फसल अच्छी है और फिलहाल पीले-पीले फूल सब को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है. कुछ दिन बाद सरसों में फलिया आना शुरू हो जाएंगी.

ये भी पढ़ें- सरकार ने किसानों की सभी मांगें मानी, कृषि कानून रद्द नहीं हो सकते: अजय चौटाला

कुल मिलाकर बसंत ऋतु आने वाले हैं और उससे पहले सरसों की फसल खेतों में लहरा रही है. किसान इस फसल को कैश क्रॉप मानता है. भाव अच्छा मिले और उत्पादन ठीक हो तो किसान की आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो जाएगी.

कुल मिलाकर इस बार सरसों की फसल की अच्छी पैदावार की उम्मीद कृषि विभाग से लेकर किसान तक कर रहे हैं. बता दें कि पड़ोसी राजस्थान को टक्कर देने के चक्कर में हरियाणा सरकार ने खरीद और उठान की बिना ठोस व्यवस्था किए इस बार सरसों उत्पादन का लक्ष्य बढ़ाया है.

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