नूंह: असम में एनआरसी लागू होने के बाद नूंह पुलिस ने रोहिंग्या कैंप से नूर कबीर नाम के बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि कबीर पर बांग्लादेशी नागरिक या रोहिंग्या होने का शक है. इसकी पड़ताल को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी है.
कबीर की पत्नी और नूर कबीर को बर्मा का बताया जा रहा है. नूर कबीर की पहली पत्नी बांग्लादेश की है, जिसने उसे बांग्लादेश में बुलाकर उसके कागजात बनवाए और उसे मलेशिया कमाने के लिए भेजा था.
संदिग्ध व्यक्ति बांग्लादेशी या रोहिंग्या?
पुलिस को अब यही हकीकत पता करनी है कि आखिर माजरा क्या है. आपको बता दें कि शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव की जमीन में पिछले सात साल से रह रहे रोहिंग्या की झुग्गियों से एक संदिग्ध बांग्लादेशी को सिटी पुलिस नूंह ने सोमवार को गिरफ्तार किया है. नूंह पुलिस रोहिंग्या और बांग्लादेशी कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने में जुटी है.
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आरोपी पर बिना पासपोर्ट के भारत में आने का मुकदमा दर्ज
नूंह पुलिस ने बिना पासपोर्ट के भारत आने के आरोप में आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. नूर कबीर से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि बीती रात ही वह शाहपुर नंगली गांव में साल 2012 से रह रहे रोहिंग्या कैंप के पास आया था.
एनआरसी के बाद पहली गिरफ्तारी
बताया जा रहा है कि नूर कबीर की दो पत्नी हैं, एक रोहिंग्या है और दूसरी बांग्लादेशी है. एनआरसी की चर्चा के बाद हरियाणा के नूंह जिले से ये पहली गिरफ्तारी की गई है. बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग सतर्क हो गया है और इस केस के अन्य एंगल पर भी जांच कर रहा है.