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NRC के बाद नूंह के रोहिंग्या कैंप से बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, बीवी से मिलने पहुंचा था भारत

नूंह पुलिस ने नूर कबीर नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. कबीर पर बांग्लादेशी नागरिक या रोहिंग्या होने का शक है. इसकी पड़ताल को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी है.

nuh police arrested bangladeshi man
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Published : Sep 25, 2019, 7:53 AM IST

Updated : Sep 25, 2019, 2:59 PM IST

नूंह: असम में एनआरसी लागू होने के बाद नूंह पुलिस ने रोहिंग्या कैंप से नूर कबीर नाम के बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि कबीर पर बांग्लादेशी नागरिक या रोहिंग्या होने का शक है. इसकी पड़ताल को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी है.

कबीर की पत्नी और नूर कबीर को बर्मा का बताया जा रहा है. नूर कबीर की पहली पत्नी बांग्लादेश की है, जिसने उसे बांग्लादेश में बुलाकर उसके कागजात बनवाए और उसे मलेशिया कमाने के लिए भेजा था.

NRC के बाद नूंह के रोहिंग्या कैंप से बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

संदिग्ध व्यक्ति बांग्लादेशी या रोहिंग्या?

पुलिस को अब यही हकीकत पता करनी है कि आखिर माजरा क्या है. आपको बता दें कि शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव की जमीन में पिछले सात साल से रह रहे रोहिंग्या की झुग्गियों से एक संदिग्ध बांग्लादेशी को सिटी पुलिस नूंह ने सोमवार को गिरफ्तार किया है. नूंह पुलिस रोहिंग्या और बांग्लादेशी कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने में जुटी है.

ये भी जाने- चंडीगढ़ में सातवें आसामान पर पहुंचे प्याज के दाम, सितंबर अंत तक और बढ़ सकते हैं दाम

आरोपी पर बिना पासपोर्ट के भारत में आने का मुकदमा दर्ज

नूंह पुलिस ने बिना पासपोर्ट के भारत आने के आरोप में आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. नूर कबीर से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि बीती रात ही वह शाहपुर नंगली गांव में साल 2012 से रह रहे रोहिंग्या कैंप के पास आया था.

एनआरसी के बाद पहली गिरफ्तारी

बताया जा रहा है कि नूर कबीर की दो पत्नी हैं, एक रोहिंग्या है और दूसरी बांग्लादेशी है. एनआरसी की चर्चा के बाद हरियाणा के नूंह जिले से ये पहली गिरफ्तारी की गई है. बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग सतर्क हो गया है और इस केस के अन्य एंगल पर भी जांच कर रहा है.

नूंह: असम में एनआरसी लागू होने के बाद नूंह पुलिस ने रोहिंग्या कैंप से नूर कबीर नाम के बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि कबीर पर बांग्लादेशी नागरिक या रोहिंग्या होने का शक है. इसकी पड़ताल को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी है.

कबीर की पत्नी और नूर कबीर को बर्मा का बताया जा रहा है. नूर कबीर की पहली पत्नी बांग्लादेश की है, जिसने उसे बांग्लादेश में बुलाकर उसके कागजात बनवाए और उसे मलेशिया कमाने के लिए भेजा था.

NRC के बाद नूंह के रोहिंग्या कैंप से बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

संदिग्ध व्यक्ति बांग्लादेशी या रोहिंग्या?

पुलिस को अब यही हकीकत पता करनी है कि आखिर माजरा क्या है. आपको बता दें कि शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव की जमीन में पिछले सात साल से रह रहे रोहिंग्या की झुग्गियों से एक संदिग्ध बांग्लादेशी को सिटी पुलिस नूंह ने सोमवार को गिरफ्तार किया है. नूंह पुलिस रोहिंग्या और बांग्लादेशी कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने में जुटी है.

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आरोपी पर बिना पासपोर्ट के भारत में आने का मुकदमा दर्ज

नूंह पुलिस ने बिना पासपोर्ट के भारत आने के आरोप में आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. नूर कबीर से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि बीती रात ही वह शाहपुर नंगली गांव में साल 2012 से रह रहे रोहिंग्या कैंप के पास आया था.

एनआरसी के बाद पहली गिरफ्तारी

बताया जा रहा है कि नूर कबीर की दो पत्नी हैं, एक रोहिंग्या है और दूसरी बांग्लादेशी है. एनआरसी की चर्चा के बाद हरियाणा के नूंह जिले से ये पहली गिरफ्तारी की गई है. बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग सतर्क हो गया है और इस केस के अन्य एंगल पर भी जांच कर रहा है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात। 
स्टोरी ;- नूर कबीर बांग्लादेशी या रोहिंग्या , जांच में जुटी नूंह पुलिस :- डीएसपी  नूह पुलिस गिरफ्त में आये नूर कबीर बांग्लादेशी नागरिक हैं या रोहिंग्या हैं। इसे लेकर खाकी छानबीन में जुटी है। पुलिस आरोपी को बांग्लादेशी बता रही है , तो दूसरी पत्नी और नूर कबीर के शाहपुर नंगली में कई वर्षों से रह रहे रिश्तेदार उसे वर्मा का बता रहे हैं। रोहिंग्या इतना जरूर मानते हैं कि नूर कबीर की पहली पत्नी बांग्लादेश की है , जिसने उसे बांग्लादेश बुलाकर उसके कागजात बनवाकर उसे मलेशिया कमाने के लिए भेजा था। पुलिस को अब यही हकीकत पता करनी है कि आखिर माजरा क्या है। शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव की जमीन में पिछले सात वर्षों से रह रहे रोहिंग्या की झुग्गियों से एक संदिग्ध बाग्लादेशी को सिटी पुलिस नूंह ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। नूंह पुलिस रोहिंग्या ओर बाग्लादेशी कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने में जुटी है। नूंह पुलिस ने बिना पासपोर्ट भारत आने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। संदिग्ध बांगलादेशी का नाम नूर कबीर ( 25 ) बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक नूर कबीर अपनी पत्नी से मिलने नूंह आया था। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि उसकी एक पत्नी बांग्लादेश में रह रही है तथा दूसरी पत्नी करीब एक साल से रोहिंग्या के यहां रह रही है, जो मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालती है। नूर कबीर से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि बीती रात ही वह शाहपुर नंगली गांव में वर्ष 2012 से रह रहे रोहिंग्या के पास आया था। बांग्लादेश की भाषा बोलने की वजह से पुलिस आरोपी के बारे में अभी कुछ पुख्ता जानकारी नही जुटा पा रही है। आपको बता दें कि पिछले सात वर्षों से शाहपुर नंगली गांव के समीप रह रहे रोहिंग्या की खुफिया एजेंसियां लगातार जांच करती रहती हैं, लेकिन जब से एनआरसी हरियाणा में लागू करने की बात सीएम मनोहर लाल ने कही है, तब से खुफिया विभाग कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो गया है। उसी सक्रियता के चलते बांग्लादेश से भारत पहुंचा नूर कबीर अब पुलिस गिरफ्त में है। एनआरसी की चर्चा के बाद हरियाणा के नूंह जिले से यह पहली गिरफ्तारी है। बांगलादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग चौकन्ना हो गया है।जब इस बारे के में डीएसपी अनिल कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ जारी है , वह 21 - 22 सितंबर को भारत आया । पासपोर्ट नही होने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। डीएसपी  ने बताया कि इसकी पत्नी तथा अन्य रोहिंग्या से भी पूछताछ की जा सकती है। पुलिस गहनता से छानबीन में जुटी है।
  क्या कहती है पत्नी और रोहिंग्या रिश्तेदार ;- नूर कबीर की पत्नी हसीना ने बताया कि वह शाहपुर नंगली गांव में नूर कबीर की बहन , मामा के लड़के इत्यादि के साथ एक वर्ष से रह रही थी। नूर कबीर जब भारत में कलकत्ता के रास्ते से आया तो उस दिन रविवार को दिल्ली में वह कार्यालय बंद था , जहां से रोहिंग्या का पूरा विवरण दर्ज है। जैसे ही नूर कबीर नूंह पहुंचा तो ख़ुफ़िया विभाग ने उसे गिरफ्तार करा दिया। उनका दावा है कि नूर कबीर वर्मा का रहने वाला है। जिस तरह रोहिंग्या ने भारत  ली हुई है। उसी तरह बांगलादेश में भी ली हुई है। नूर कबीर ने वहां पर पहली शादी की। पहली पत्नी ने नूर कबीर को मलेशिया कमाने - खाने  भेज दिया। बांग्लादेश के पते पर ही पहली पत्नी ने उसके दस्तावेज बनवाये ,नूर कबीर के माता - पिता आज भी वर्मा में ही रहते हैं। उसके सगे संबंधी नूंह शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव में कई वर्षों से रहते हैं और तो और उसकी दूसरी पत्नी हसीना जो रोहिंग्या है। वह भी नूंह जिले में रहती है , जहां 400 से अधिक रोहिंग्या परिवार रहते हैं।  वर्मा में रह रहे नूर कबीर के परिजनों से भी पुलिस बातचीत या तहकीकात कर सकती है।    बाइट;- अनिल कुमार डीएसपी नूंह बाइट;- हसीना रोहिंग्या पत्नी बाइट;- हफीज अहमद रिश्तेदार संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात  Body:संवाददाता नूंह मेवात। 
स्टोरी ;- नूर कबीर बांग्लादेशी या रोहिंग्या , जांच में जुटी नूंह पुलिस :- डीएसपी  नूह पुलिस गिरफ्त में आये नूर कबीर बांग्लादेशी नागरिक हैं या रोहिंग्या हैं। इसे लेकर खाकी छानबीन में जुटी है। पुलिस आरोपी को बांग्लादेशी बता रही है , तो दूसरी पत्नी और नूर कबीर के शाहपुर नंगली में कई वर्षों से रह रहे रिश्तेदार उसे वर्मा का बता रहे हैं। रोहिंग्या इतना जरूर मानते हैं कि नूर कबीर की पहली पत्नी बांग्लादेश की है , जिसने उसे बांग्लादेश बुलाकर उसके कागजात बनवाकर उसे मलेशिया कमाने के लिए भेजा था। पुलिस को अब यही हकीकत पता करनी है कि आखिर माजरा क्या है। शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव की जमीन में पिछले सात वर्षों से रह रहे रोहिंग्या की झुग्गियों से एक संदिग्ध बाग्लादेशी को सिटी पुलिस नूंह ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। नूंह पुलिस रोहिंग्या ओर बाग्लादेशी कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने में जुटी है। नूंह पुलिस ने बिना पासपोर्ट भारत आने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। संदिग्ध बांगलादेशी का नाम नूर कबीर ( 25 ) बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक नूर कबीर अपनी पत्नी से मिलने नूंह आया था। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि उसकी एक पत्नी बांग्लादेश में रह रही है तथा दूसरी पत्नी करीब एक साल से रोहिंग्या के यहां रह रही है, जो मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालती है। नूर कबीर से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि बीती रात ही वह शाहपुर नंगली गांव में वर्ष 2012 से रह रहे रोहिंग्या के पास आया था। बांग्लादेश की भाषा बोलने की वजह से पुलिस आरोपी के बारे में अभी कुछ पुख्ता जानकारी नही जुटा पा रही है। आपको बता दें कि पिछले सात वर्षों से शाहपुर नंगली गांव के समीप रह रहे रोहिंग्या की खुफिया एजेंसियां लगातार जांच करती रहती हैं, लेकिन जब से एनआरसी हरियाणा में लागू करने की बात सीएम मनोहर लाल ने कही है, तब से खुफिया विभाग कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो गया है। उसी सक्रियता के चलते बांग्लादेश से भारत पहुंचा नूर कबीर अब पुलिस गिरफ्त में है। एनआरसी की चर्चा के बाद हरियाणा के नूंह जिले से यह पहली गिरफ्तारी है। बांगलादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग चौकन्ना हो गया है।जब इस बारे के में डीएसपी अनिल कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ जारी है , वह 21 - 22 सितंबर को भारत आया । पासपोर्ट नही होने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। डीएसपी  ने बताया कि इसकी पत्नी तथा अन्य रोहिंग्या से भी पूछताछ की जा सकती है। पुलिस गहनता से छानबीन में जुटी है।
  क्या कहती है पत्नी और रोहिंग्या रिश्तेदार ;- नूर कबीर की पत्नी हसीना ने बताया कि वह शाहपुर नंगली गांव में नूर कबीर की बहन , मामा के लड़के इत्यादि के साथ एक वर्ष से रह रही थी। नूर कबीर जब भारत में कलकत्ता के रास्ते से आया तो उस दिन रविवार को दिल्ली में वह कार्यालय बंद था , जहां से रोहिंग्या का पूरा विवरण दर्ज है। जैसे ही नूर कबीर नूंह पहुंचा तो ख़ुफ़िया विभाग ने उसे गिरफ्तार करा दिया। उनका दावा है कि नूर कबीर वर्मा का रहने वाला है। जिस तरह रोहिंग्या ने भारत  ली हुई है। उसी तरह बांगलादेश में भी ली हुई है। नूर कबीर ने वहां पर पहली शादी की। पहली पत्नी ने नूर कबीर को मलेशिया कमाने - खाने  भेज दिया। बांग्लादेश के पते पर ही पहली पत्नी ने उसके दस्तावेज बनवाये ,नूर कबीर के माता - पिता आज भी वर्मा में ही रहते हैं। उसके सगे संबंधी नूंह शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव में कई वर्षों से रहते हैं और तो और उसकी दूसरी पत्नी हसीना जो रोहिंग्या है। वह भी नूंह जिले में रहती है , जहां 400 से अधिक रोहिंग्या परिवार रहते हैं।  वर्मा में रह रहे नूर कबीर के परिजनों से भी पुलिस बातचीत या तहकीकात कर सकती है।    बाइट;- अनिल कुमार डीएसपी नूंह बाइट;- हसीना रोहिंग्या पत्नी बाइट;- हफीज अहमद रिश्तेदार संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात  Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात। 
स्टोरी ;- नूर कबीर बांग्लादेशी या रोहिंग्या , जांच में जुटी नूंह पुलिस :- डीएसपी  नूह पुलिस गिरफ्त में आये नूर कबीर बांग्लादेशी नागरिक हैं या रोहिंग्या हैं। इसे लेकर खाकी छानबीन में जुटी है। पुलिस आरोपी को बांग्लादेशी बता रही है , तो दूसरी पत्नी और नूर कबीर के शाहपुर नंगली में कई वर्षों से रह रहे रिश्तेदार उसे वर्मा का बता रहे हैं। रोहिंग्या इतना जरूर मानते हैं कि नूर कबीर की पहली पत्नी बांग्लादेश की है , जिसने उसे बांग्लादेश बुलाकर उसके कागजात बनवाकर उसे मलेशिया कमाने के लिए भेजा था। पुलिस को अब यही हकीकत पता करनी है कि आखिर माजरा क्या है। शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव की जमीन में पिछले सात वर्षों से रह रहे रोहिंग्या की झुग्गियों से एक संदिग्ध बाग्लादेशी को सिटी पुलिस नूंह ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। नूंह पुलिस रोहिंग्या ओर बाग्लादेशी कनेक्शन के बारे में पूछताछ करने में जुटी है। नूंह पुलिस ने बिना पासपोर्ट भारत आने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। संदिग्ध बांगलादेशी का नाम नूर कबीर ( 25 ) बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक नूर कबीर अपनी पत्नी से मिलने नूंह आया था। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि उसकी एक पत्नी बांग्लादेश में रह रही है तथा दूसरी पत्नी करीब एक साल से रोहिंग्या के यहां रह रही है, जो मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालती है। नूर कबीर से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि बीती रात ही वह शाहपुर नंगली गांव में वर्ष 2012 से रह रहे रोहिंग्या के पास आया था। बांग्लादेश की भाषा बोलने की वजह से पुलिस आरोपी के बारे में अभी कुछ पुख्ता जानकारी नही जुटा पा रही है। आपको बता दें कि पिछले सात वर्षों से शाहपुर नंगली गांव के समीप रह रहे रोहिंग्या की खुफिया एजेंसियां लगातार जांच करती रहती हैं, लेकिन जब से एनआरसी हरियाणा में लागू करने की बात सीएम मनोहर लाल ने कही है, तब से खुफिया विभाग कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो गया है। उसी सक्रियता के चलते बांग्लादेश से भारत पहुंचा नूर कबीर अब पुलिस गिरफ्त में है। एनआरसी की चर्चा के बाद हरियाणा के नूंह जिले से यह पहली गिरफ्तारी है। बांगलादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग चौकन्ना हो गया है।जब इस बारे के में डीएसपी अनिल कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ जारी है , वह 21 - 22 सितंबर को भारत आया । पासपोर्ट नही होने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। डीएसपी  ने बताया कि इसकी पत्नी तथा अन्य रोहिंग्या से भी पूछताछ की जा सकती है। पुलिस गहनता से छानबीन में जुटी है।
  क्या कहती है पत्नी और रोहिंग्या रिश्तेदार ;- नूर कबीर की पत्नी हसीना ने बताया कि वह शाहपुर नंगली गांव में नूर कबीर की बहन , मामा के लड़के इत्यादि के साथ एक वर्ष से रह रही थी। नूर कबीर जब भारत में कलकत्ता के रास्ते से आया तो उस दिन रविवार को दिल्ली में वह कार्यालय बंद था , जहां से रोहिंग्या का पूरा विवरण दर्ज है। जैसे ही नूर कबीर नूंह पहुंचा तो ख़ुफ़िया विभाग ने उसे गिरफ्तार करा दिया। उनका दावा है कि नूर कबीर वर्मा का रहने वाला है। जिस तरह रोहिंग्या ने भारत  ली हुई है। उसी तरह बांगलादेश में भी ली हुई है। नूर कबीर ने वहां पर पहली शादी की। पहली पत्नी ने नूर कबीर को मलेशिया कमाने - खाने  भेज दिया। बांग्लादेश के पते पर ही पहली पत्नी ने उसके दस्तावेज बनवाये ,नूर कबीर के माता - पिता आज भी वर्मा में ही रहते हैं। उसके सगे संबंधी नूंह शहर से सटे शाहपुर नंगली गांव में कई वर्षों से रहते हैं और तो और उसकी दूसरी पत्नी हसीना जो रोहिंग्या है। वह भी नूंह जिले में रहती है , जहां 400 से अधिक रोहिंग्या परिवार रहते हैं।  वर्मा में रह रहे नूर कबीर के परिजनों से भी पुलिस बातचीत या तहकीकात कर सकती है।    बाइट;- अनिल कुमार डीएसपी नूंह बाइट;- हसीना रोहिंग्या पत्नी बाइट;- हफीज अहमद रिश्तेदार संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात  
Last Updated : Sep 25, 2019, 2:59 PM IST
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