नूंह: जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दूर पल्ला गांव में मंगलवार की रात करीब ढाई बजे खनन माफिया और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई. खनन माफिया पल्ला गांव के पहाड़ों से खनन कर दो हाईवा गाड़ी में पत्थर भरकर तावडू रोड से नूंह की ओर जा रहे थे.
इसी दौरान पल्ला गांव का अकरम नूंह शहर से गांव की ओर ट्रैक्टर लेकर आ रहा था, कि खनन माफियाओं की हाईवा गाड़ी ट्रैक्टर से टकरा गई. जिसके बाद हाईवा गाड़ी में सवार खनन माफिया ने ट्रैक्टर चालक अकरम से मारपीट कर दी. अकरम ने मारपीट और गांव के पहाड़ से पत्थर लेकर जाने की सूचना गांव के सरपंच और दूसरे अन्य ग्रामीणों को दी.
हाईवा गाड़ी को लेकर खनन माफिया फरार
सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों को आते हुए देख पत्थरों से भरी एक हाईवा गाड़ी को लेकर खनन माफिया लेकर फरार हो गए.जबकि पत्थरों से भरी दूसरी हाईवा गाड़ी को फंसने के डर से गांव में ही छोड़कर फरार हो गए. जिसके बाद एसएचओ महेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और पत्थरों से भरी हाईवा गाड़ी (आरजे-14जीएच-7964) को अपने कब्जे में लिया.
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खनन माफियाओं ने पुलिस को दी गलत सूचना
खनन माफियाओं ने कुछ समय बाद 100 नंबर पर सूचना दी कि फिरोजपुर नमक गांव के पास हाईवा गाड़ी (आरजे-14जीएच-7964) को कई बदमाशों ने लूट लिया और हाईवा गाड़ी के परिचालक दिलशाद के पैर में बदमाशों ने गोली मार दी. पुलिस कंट्रोल रूम से नूंह थाना एसएचओ महेंद्र सिंह को इसकी जानकारी मिली. एसएचओ ने कहा कि जिस हाईवा गाड़ी के लूटने की सूचना खनन माफियाओं ने दी वह हाईवा गाड़ी पल्ला गांव में फंसने की वजह से खड़ी मिली.
गांव के ही रहने वाले थे खनन माफिया
ग्रामीणों ने कहा कि खनन माफिया पल्ला गांव के ही रहने वाले हैं. जो आए दिन गांव के पहाड़ से खनन कर रहे हैं. गांव के खनन माफियाओं के बारे में पुलिस को अगवत कराया गया है. घटना के बाद गांव में तनाव है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस मामले पर नजर बनाए हुए है.