नूंह हिंसा के बाद एक बार फिर से जिले में आगजनी की घटना सामने आई है. खबर है कि शुक्रवार देर शाम कबाड़ के गोदाम में आग लग गई. प्लास्टिक दाने के कबाड़ के गोदाम में अचानक से आग गई गई. शुक्रवार देर शाम आग लगने की सूचना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद से करीब तीन घंटे में आग पर काबू पाया गया. बताया जा रहा है कि जिस कबाड़ के गोदाम में आग लगी थी उसके नजदीक ही एक सीएनजी फ्यूल पंप था.
कबाड़ के गोदाम में आग: गनीमत रही कि आग की लपटें पंप तक नहीं पहुंची, नहीं तो और बड़ा हादसा हो सकता था. कबाड़ मालिक हसनु ने बताया कि शाम के समय वो गोदाम के नजदीक गांव ढिडारा में घर पर खाना खाने के लिए गया था. थोड़ी देर बाद कबाड़ में आग लगने की सूचना मिली तो मौके पर पहुंच देखा कि पूरा गोदाम आग की लपटों से घिरा था. इसकी सूचना उसने पुलिस और दमकल विभाग को दी.
उपद्रवियों ने लगाई आग?: भिवाड़ी और नूंह से मौके पर पहुंची चार फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. पीड़ित हसन ने बताया कि इस आगजनी में उसका लगभग 14 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. गोदाम के मालिक ने दावा किया ये आग उपद्रवियों द्वारा लगाई गई है. तावडू में अब तक आगजनी की चार वारदात सामने आ चुकी हैं. हिंसा वाले दिन उपद्रवियों ने चाय के खोखे को आग के हवाले किया था. उसी दिन एक बाइक को जलाया गया. बाद दो धार्मिक स्थल में आगजनी की खबर सामने आई.
अब शुक्रवार को कबाड़ गोदाम में आग लग गई. ये आग शॉर्ट सर्किट से लगी है या किसा ने जानबूझकर गोदाम में आग लगाई है. इस बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है. गोदाम मालिक के मुताबिक उपद्रवियों ने गोदाम को आग के हवाले किया है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी इसपर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. घटना के बाद शनिवार सुबह एडीजीपी ममता सिंह ने मौके पर निरीक्षण किया और जांच जारी होने की बात कही.