जींदः पंजाब और हरियाणा को जोड़ने वाले खनौरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल बीते 51 दिनों से अनशन पर हैं और उनकी सेहत खराब हो रही है. हालत यह है कि उनके लिए अब पानी पीना भी मुश्किल हो गया है. कारण यह है कि उनके कई अंग अब पहले की तरह काम नहीं कर रहे हैं. इस बीच बुधवार को उनके समर्थन में 111 अन्य किसानों ने भी आमरण अनशन शुरू कर दिया.
काले कपड़े केंद्र सरकार का किया विरोधः आमरण अनशन शुरू करने वाले नये लोगों ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में काले कपड़े पहने हैं और आंदोलन कर रहे हैं. अनशन शुरू करने से पहले किसानों ने प्रार्थना की. फिलहाल खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ भारी पुलिस बल तैनात है ताकि किसान एंट्री की कोशिश न करने लगें.
किसान नेता बोलेः बीकेयू सिद्धपुर के प्रधान और खनौरी मोर्चा की अगुवाई के रहे काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि "जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक 111 किसानों का जत्था आमरण अनशन करेगा और डल्लेवाल के साथ अपने प्राणों की आहुति देगा." किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि किसान बेहद भावुक हैं. उनका कहना है कि डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ रही है और उन्हें कुछ हुआ तो हम भी उनके लिए बलिदान दे देंगे.
26 नवंबर से अनशन पर हैं डल्लेवालः किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इतने दिनों से आंदोलन चल रहा है. फिर भी उसने ध्यान नहीं दिया है. कोहाड़ ने कहा कि किसानों की एक ही मांग है कि एमएसपी की गारंटी का कानून बना दिया जाए. अब तक इस पर सरकार ने कुछ नहीं कहा है. बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर बीते साल 26 नवंबर को अनशन पर बैठे थे.
नरवाना डीएसपी ने किसानों से की अपीलः बुधवार को खनौरी बॉर्डर अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा हलचल रही. बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. नरवाना डीएसपी अमित भाटिया मोर्चे पर पहुंचे और किसान नेताओं से बातचीत की. डीएसपी ने किसान नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वे अपने ट्रेक्टर-ट्रालियां हरियाणा से हटकर और थोड़ी दूर लेकर जाएं. उनकी इस अपील पर किसान नेताओं ने उन्हे आश्वासन दिया कि वे हरियाणा और पंजाब प्रशासन से तालमेल रखेंगे. किसान धरने पर शांतिपूर्वक बैठे है.