नूंह: ड्यूल डेस्क घोटाले मामले में विजिलेंस की कार्रवाई जारी है. देर रात टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तावडू ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (block education officer Tawdu arrested) रमेश मलिक को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें वार्ड नंबर 12 खटीक मोहल्ला में उनके घर से हिरासत में लिया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में अभी कई और अधिकारी विजिलेंस (vigilance team action in Nuh) के रडार पर हैं. इससे पहले जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ को गिरफ्तार किया गया था. उन पर स्कूलों में फर्नीचर लगवाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है.
ड्यूल डेस्क खरीद (Dual desk scam case in Nuh) मामले में हुए घोटाले में मंगलवार को नूंह से जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद से ही विजिलेंस विभाग की टीम अन्य अधिकारियों को दबोचने में जुटी हुई थी. खंड शिक्षा अधिकारी तावडू रमेश मलिक की गिरफ्तारी से इस मामले से जुड़े अन्य अधिकारी सकते में हैं. सूत्रों की माने तो इस मामले में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुकेश यादव पर भी तलवार लटकी हुई है.
विजिलेंस विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई से शिक्षा विभाग में भय का माहौल है. शिक्षा विभाग के कई अधिकारी विजिलेंस के खौफ से भूमिगत बताए जा रहे हैं. विजिलेंस विभाग की टीम लगातार भ्रष्ट अधिकारियों के ठिकानों पर छापे मार रही है. जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. बता दें कि रामफल इससे पहले भी रिश्वतखोरी के मामले में पकड़ा जा चुका है, उसे जेल भी जाना पड़ा था.
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