नूंह: ये झगड़ा सालाहेड़ी गांव और मेवली गांव के लोगों के बीच हुआ. झगड़े में तीन लोग घायल हुए हैं. हालांकि इस दौरान कोई बड़ा बवाल होता, उससे पहले ही पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया और उपद्रवियों को खदेड़ दिया. पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में भी लिया है. बाजार में शांति बनाए रखने और स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए जगह-जगह पुलिस की तैनाती कर दी गई है.
मच्छर मारने की दवाई छिड़कने को लेकर हुआ था झगड़ा
प्राप्त जानकारी के अनुसार नूंह बाजार की नायब वाली गली में सालाहेड़ी निवासी सिराजुद्दीन रहता है. तीन-चार दिन पहले उक्त गली में मच्छर मारने की दवाई छिड़कने के लिए टीम आई थी, जिसमें मेवली गांव के लोग भी थे. सिराजुद्दीन ने टीम से कहा कि वह नालियों में भी दवाई छिड़के, क्योंकि मच्छर नालियों में ही ज्यादा पनपते हैं. इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई और आरोप है कि सिराजुद्दीन ने दो-तीन लोगों को पीट दिया, जो अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है.
अफवाह ने बिगाड़ा माहौल
वहीं शनिवार को कुछ युवक मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए गए और वहां दवाई लेने की लाईन में लगे हुए थे.आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में दवाई वितरण केंद्र पर तैनात सुरक्षाकर्मी मेवली गांव का रहने वाला है और उसका उन युवकों के साथ झगड़ा हो गया. इसी दौरान किसी ने मेवली गांव में अफवाह फैला दी कि सालाहेड़ी गांव के युवकों ने मेवली गांव के सुरक्षाकर्मी के साथ भी मेडिकल कॉलेज में मारपीट की है.
दुकानों और अस्पताल में की तोड़फोड़
इसके बाद गांव के लोग नूंह में सिराजुद्दीन के भांजे के निजी अस्पताल पर पहुंचे और वहां पर तोड़फोड़ की. इसके बाद भीड़ ने नायब वाली गली में सालाहेड़ी गांव के युवक की मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान पर, सिराजुद्दीन के घर पर और पुराने बस अड्डे के पास लगी रेहडियों पर भी तोड़फोड़ की और बाजार में लूटपाट की. इस दौरान एक राह चलते युवक के साथ भी भीड़ ने मारपीट की.
सालाहेड़ी गांव के लोग भी पहुंचे
दूसरी तरफ मेवली गांव की भीड़ और तोड़फोड़ की खबर सालाहेड़ी गांव पहुंची तो वहां से भी भारी संख्या में लोग इक्कट्ठे होकर नूंह पहुंचे. इससे पहले की कोई बड़ी घटना घटित होती, पुलिस ने भीड़ पर काबू पाते हुए उसे खदेड़ दिया.
अस्पताल में मरीजों ने शौचालयों में छिपकर खुद को बचाया
सिटी केयर अस्पताल पर जब भीड़ ने हमला किया तो वहां काफी संख्या में मरीज भी थे, जिनमें से कई मरीजों के ऑपरेशन भी हो रखे थे. मरीजों और उनके तीमारदारों में भीड़ के आने से भगदड़ मच गई और कोई शौचालय में तो कोई बेड के नीचे घुस गया. जिन मरीजों के ऑपरेशन हो रखे थे, उनके टांकों में दिक्कत आई और उन्हें दर्द से कराहते हुए देखा गया.
कर रहे हैं कार्रवाई
डीएसपी धर्मबीर सिंह ने बताया कि 9 लोगों को हिरासत में भी लिया है. अभी तक दोनों ही पक्षों की तरफ से कोई शिकायत पुलिस को नहीं मिली है. इसके अलावा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. जो भी दोषी होगा, उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.