वाशिंगटन: चीनी हैकरों द्वारा अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट को निशाना बनाने का मामला सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सरकार प्रायोजित इस साइबर हमले में कई महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया गया. इस दौरान कई अहम दस्तावेज हासिल किए गए. इस हमले से हुए नुकसान की पूरी जानकरी के बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है.
ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने इस बारे में सांसदों को जानकारी दी है. अब इसकी जांच एफबीआई और अन्य एजेंसियां मिलकर कर रही है. रिपोर्ट के अनुसार इस साइबर हमले को एक 'बड़ी घटना' बताया गया है. कहा गया है कि चीनी सरकार प्रायोजित इस हमले में अमेरिकी ट्रेजरी वर्कस्टेशन और अहम दस्तावेजों तक पहुंच प्राप्त कर ली. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सोमवार (स्थानीय समय) को इस बारे में सूचित किया. 8 दिसंबर को एक थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर ने इसकी जानकारी दी थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी ट्रेजरी अधिकारी ने खुलासा किया कि एक चीनी सरकार प्रायोजित एडवांस्ड पर्सिस्टेंट थ्रेट (APT) ने कुछ ट्रेजरी वर्कस्टेशनों और दस्तावेजों तक रिमोट रूप से पहुंचने के लिए एक चोरी की गई एक की का उपयोग किया.
अमेरिकी ट्रेजरी में प्रबंधन के लिए सहायक सचिव अदिति हार्डिकर ने इस बारे में लिखे पत्र में कहा कि उपलब्ध संकेतों के आधार पर इस घटना को चीनी सरकार प्रायोजित स्थायी खतरा (APT) माना गया है. अमेरिकी ट्रेजरी प्रवक्ता ने बताया कि जहां सेंध लगाई गई थी उस सेवा को ऑफलाइन कर दिया गया है. कानून प्रवर्तन और साइबरसिक्यूरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्यूरिटी एजेंसी (CISA) के समन्वय में कदम उठाए जा रहे हैं.
ट्रेजरी प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह दर्शाता हो कि खतरा पैदा करने वाले व्यक्ति ने ट्रेजरी सिस्टम या जानकारी तक पहुंच जारी रखी है. खबर ये भी है कि ट्रेजरी अधिकारी इस हमले का विश्लेषण करने के लिए अगले सप्ताह हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी के साथ एक गोपनीय ब्रीफिंग आयोजित करने पर विचार कर रहा है. हालांकि, ब्रीफिंग का सही समय अभी तय नहीं किया गया है.