नूंह : 5 अगस्त को Indian National Student Organisation यानी इनसो का 20वां स्थापना दिवस समारोह है. इनसो के स्थापना दिवस का समारोह का आयोजन राजस्थान की राजधानी जयपुर में होगा. इस कार्यक्रम को रणघोष नाम दिया गया है. इस कार्यक्रम को लेकर जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला इन दिनों हरियाणा के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं और इनसो के स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए न्योता दे रहे (INSO foundation day in Rajasthan) हैं.
इसी कड़ी में शुक्रवार को दिग्विजय चौटाला नूंह जिले के दौरे (Digvijay Chautala in nuh) पर थे, जहां वो अनाज मंडी में स्थित जेजेपी कार्यालय में पहुंचे और इनसो कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. दिग्गविजय चौटाला ने कहा कि हरियाणा के पिछले विधानसभा चुनाव में जेजेपी को खड़ा करने में इनसो का अहम योगदान रहा है. इनसो देश की युवा पीढ़ी देश की राजनीतिक दशा व दिशा को एक नया आयाम देने के लिए न केवल छात्र राजनीति करती है बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी इसका बड़ा योगदान है.
जेजेपी प्रधान महासचिव ने इनसो व जेजेपी से जुड़े युवाओं से आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में जयपुर में इनसो के स्थापना दिवस कार्यक्रम में आएं. जननयाक चौधरी देवीलाल और जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला की कर्मभूमि राजस्थान में रणघोष समारोह से नया विकल्प (INSO foundation day) दिया जाएगा. अब इनसो हरियाणा के साथ-साथ समीपवर्ती राज्य राजस्थान व अन्य राज्यों में भी अपना विस्तार करेगी. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कार्यशैली और पार्टी की नीतियां प्रत्येक वर्ग के हित में है. जिसे लेकर युवाओं में खासा उत्साह है. 5 अगस्त को जयपुर में इनसो का स्थापना दिवस मनाया जाएगा, ये इनसो का 20वां स्थापना दिवस (20th foundation day of INSO) जिसके लिए दिग्विजय चौटाला ने युवाओं को न्योता दिया.
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी ने चुनाव के दौरान जो वादे किए थे उनमें से ज्यादातर वादे पूरे किए गए हैं और जो बचे हैं उन्हें भी जल्द पूरा किया जाएगा. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता द्वारा दिए बयान पर दिग्गविजय चौटाला ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की क्लास इटली (Digvijay Chautala on Congress) से चलती है. जिसके कारण उनके नेता कभी अच्छा नहीं बोलते, उनकी जुबान से बेतुके बोल निकलते हैं. फिर चाहे सोनिया गांधी हों या राहुल गांधी, दिग्विजय चौटाला ने कहा जो नेता भारत के सर्वोच्च पद को लेकर इस तरह की टिप्पणी करता है उन्हें पदों पर रहने का अधिकार नहीं है.