नूंह: हरियाणा के एकमात्र यूनानी मेडिकल कॉलेज आकेड़ा (Unani Medical College in Nuh) का काम पिछले 1 साल से बंद पड़ा हुआ है. निर्माण कार्य बंद होने के कारण भवन में लगे सरियों में भी अब जंग लगने लगा है, लेकिन अधिकारियों और ठेकेदार को इसकी कोई परवाह ही नहीं है. यूनानी मेडिकल कॉलेज पर काम बंद होने से आकेड़ा गांव के लोग बेहद परेशान हैं.
उनका कहना है कि अगर समय रहते इस यूनानी मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा (Construction of Unani Medical College) होता है तो इससे इलाके के लोगों को काफी लाभ होगा. लेकिन अब ग्रामीण उस लाभ से वंचित रह रहे हैं. जमीन लेते समय सरकार ने स्ट्रीट लाइट, पीने का पानी, सड़क सहित कई सुविधाओं का दावा किया था, लेकिन निर्माण कार्य अधर में लटके होने की वजह से इन सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.
प्रदेश में यूनानी पद्धति को बढ़ावा देने और यूनानी चिकित्सकों की पौध खड़ी करने के लिए राष्ट्रीय आयुष मिशन की राजकीय यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल का निर्माण (Government Unani Medical College) आकेड़ा गांव की करीब 6 एकड़ भूमि में लगभग 54 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश का एकमात्र मेडिकल कॉलेज बनाया जाना था. इसका निर्माण कार्य बीते 31 दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाना था. इसका शिलान्यास सीएम मनोहर लाल ने वर्ष 2018 में किया था. लेकिन ठेकेदार व निर्माण का काम देखने वाले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों में आपसी तालमेल बेहतर नहीं होने के कारण यह निर्माण कार्य अधर में लटक गया.
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भवन पर 50 फीसदी से अधिक निर्माण कार्य हो चुका है. अगर अभी भी यूनानी मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण की रफ्तार को तेज किया जाए तो इस साल के अंत तक ही यह बनकर तैयार हो सकता है. जिला आयुष अधिकारी मोहम्मद कमर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जब तक यूनानी मेडिकल कॉलेज का भवन बनकर तैयार होता है, तब तक अस्थाई तौर पर किसी अन्य सरकारी संस्थान में अस्पताल शुरू कराया जाएगा, ताकि उसे 2 साल चलाने के बाद उसकी आसानी से मान्यता ली जा सके.
जब ठेकेदार से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने फोन पर ही दबी जबान में कहा कि उनका भुगतान नहीं हुआ है, इसलिए उन्होंने निर्माण कार्य रोका हुआ है. अगर लोक निर्माण विभाग उन्हें राशि जारी करने का पुख्ता भरोसा देता है तो निर्माण कार्य शुरू करने में वह कोई देरी नहीं करेंगे. कुल मिलाकर अधूरे पड़े निर्माण कार्य की चौकीदारी में लगे व्यक्ति के मुताबिक पिछले लगभग एक साल से यहां किसी प्रकार की कोई गतिविधि नहीं हो रही है. (haryana First Unani Medical College )
आकेड़ा गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि अगर यूनानी मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार होता तो इलाके के लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ तो मिलता ही. सबसे खास बात यह है कि इलाके के बच्चों को पढ़ाई करने में आसानी होती और आयुर्वेद और यूनानी पद्धति के डॉक्टर यहां तैयार होते. इससे क्षेत्र को काफी लाभ हो सकता था, लेकिन सरकार का इस तरफ कोई खास ध्यान नहीं है. जिसकी वजह से पिछले एक साल से निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद है. निर्माण कार्य की समय सीमा पूरी होने के बावजूद भी इसका लगभग 50-60 फीसदी से अधिक काम ही अभी तक हो पाया है. अब देखना यह है कि लोक निर्माण विभाग के साथ-साथ आयुष विभाग इस भवन के निर्माण कार्य को शुरू कराने के लिए क्या सख्त कदम उठाता है.
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