नूंह: ईटीवी भारत से खास बातचीत में नौक्षम चौधरी ने कहा कि वो पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से बहुत प्रभावित हैं. इसके साथ ही टिकट मिलने पर उन्होंने पीएम मोदी, सीएम मनोहर लाल और बीजेपी के ताम बड़े नेताओं का धन्यवाद किया.
'चुनाव में पहली प्राथमिकता शिक्षा'
चुनावी मुद्दों पर बोलते हुए नौक्षम चौधरी ने कहा कि इस चुनाव में उनका सबसे पहला मुद्दा शिक्षा होगी. इसके साथ ही जीत जाने पर वे लोगों को रोजगार, बिजली-पानी और गांव में नहर के पानी की सुविधा कराएंगी. उन्होंने कहा शिक्षा उनका हथियार रहा है और वे इसी को सभी आम लोगों का हथियार बनाना चाहती हैं.
बता दें कि विलायत में पढ़ी आईएएस माता और जज पिता की बेटी नौक्षम चौधरी गांव पैमाखेड़ा की रहने वाली हैं. विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने पुन्हाना से उनको टिकट दिया है. नौक्षम चौधरी बीजेपी की युवा नेता हैं और उनकी उम्र अभी 28 साल है.
विदेश से लौटकर पेश की टिकट की दावेदारी
नौक्षम चौधरी की उम्र 28 साल है. मिरांडा कॉलेज दिल्ली में छात्र संघ नेता रही नौक्षम चौधरी को राजनीति का शौक वहीं से लगा. मिरांडा कॉलेज के बाद नौक्षम चौधरी विदेश में 3 साल तक रही और अब वापस अपने देश लौटकर नूंह के पुन्हाना हल्के से अपनी दावेदारी पेश की, जिसे बाद बीजेपी ने उनको टिकट दे दिया. नौक्षम चौधरी दस भाषाओं का ज्ञान रखती है. एक करोड़ रुपये सालाना वेतन की नौकरी ठुकराकर नक्षम सूबे की सबसे पिछड़ी विधानसभा पुन्हाना में बड़े-बड़े दिग्गजों को चुनौती देने के लिए चुनावी मैदान में उतर आई हैं.
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कितनी आसान होगी नौक्षम चौधरी की राह ?
पुन्हाना से मौजूदा विधायक रहीश खान भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. यही नहीं रहीश खान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भी करीबी माने जाते हैं. ऐसे में खुलेआम नौक्षम चौधरी को बीजेपी की ओर से टिकट देने पर नौक्षम चौधरी ने कहा कि चुनाव लड़ना सबका अधिकार है. अब देखना होगा कि जनता किस पर विश्वास जताती है.