नूंह: शहीद हसन खान मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के कार्यवाहक निदेशक डॉक्टर यामिनी के खिलाफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं. डॉक्टर यामिनी पर लगे आरोपों की जांच 8 जुलाई से नूंह के अतिरिक्त उपायुक्त करेंगे.
दरअसल अंबेडकर मिशनरी विद्यार्थी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह डुमोलिया ने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी थी कि कार्यवाहक निदेशक हेडक्वार्टर मेंटेन करने की बजाय सरकारी गाड़ी में रोजाना गुरुग्राम से नूंह आना-जाना करती हैं. यहीं नहीं कोरोना महामारी के दौरान भी वो गुरुग्राम से ही आना-जाना करती रहीं. जिसके बाद मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग हरकत में आया और निदेशक डॉक्टर यामिनी के खिलाफ जांच के आदेश दिए.
डॉक्टर यामिनी पर ये भी आरोप है कि हेडक्वार्टर मेंटेन करने के बहाने उन्होंने सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया है. बता दें कि, हेडक्वार्टर मेंटेन करने पर तनख्वाह के अतिरिक्त 35 हजार रुपये भी मिलते हैं. जिसको लेकर भी अंबेडकर मिशनरी विद्यार्थी एसोसिएशन निदेशक पर हमलावर है.
जानकारी के मुताबिक सिविल सर्विसेज नियमों के अनुसार जिस अधिकारी को सरकारी गाड़ी मिली हुई होती है, उसे कॉन्वेनेन्स अलाउंस नहीं मिलता है. इन नियमों को भी धज्जियां कार्यवाहक निदेशक ने उड़ाई है. कार्यवाहक निदेशक के हेडक्वार्टर पर ना रहने से मेडिकल कॉलेज में चारों तरफ अव्यवस्था फैली हुई है.
वहीं कोविड-19 महामारी के दौरान नूंह उपायुक्त ने हेडक्वार्टर पर रुकने के आदेश दिए हैं लेकिन निदेशक डॉक्टर यामिनी ने उपायुक्त के आदेशों का उल्लंघन करते हुए गुरुग्राम से अप-डाउन किया. अब चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद डॉक्टर यामिनी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
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