महेंद्रगढ़: नारनौल में स्वास्थ्य विभाग के आमजन को बेहतर स्वास्थ्य लाभ देने के दावे झूठे साबित हो रहे हैं. ताजा मामला नारनौल के नागरिक अस्पताल से आया है. इस अस्पताल में मरीजों का अल्ट्रासाउंड बीमारी के एक महीने बाद किया जाता है.
हैरानी की बात यह है कि गर्भवती महिला हो या फिर किसी आमजन के पेट में दर्द, चिकित्सक मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने की पर्ची लिख कर देते हैं. मरीज अल्ट्रासाउंड केंद्र पर पहुंचता है तो उसे 15 से 20 दिन की तारीख देकर वापस भेज दिया जाता है.
बिना अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखे डॉक्टर मरीज का उपचार शुरू नहीं कर सकता है. मरीज भी बीमारी को 15 से 20 दिन तक पकड़कर नहीं बैठ सकता. ऐसे में अल्ट्रासाउंड के लिए मिली लंबी तारीख को देखकर मरीज हताश होकर निजी अस्पताल की ओर रुख कर जाता है.
वहीं जिला अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट आशा शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि नागरिक अस्पताल में केवल एक ही अल्ट्रासाउंड मशीन है और जिले के 6 ब्लॉक के लोग यहां अल्ट्रासाउंड कराने के लिए आते हैं.