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महेंद्रगढ़: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को खिलाई जाएगी एलबैंडाजोल की गोली

सभी स्कूलाें में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एवं 20 अगस्त को मोपअप दिवस पर खिलाई एलबैंडाजोल गोली जाएगी.

फाइल फोटो
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Published : Aug 5, 2019, 4:06 PM IST

नारनौल: जिले में आगामी 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सोमवार को सिविल सर्जन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया.

मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में 1 से 19 वर्ष के बच्चों को 8 अगस्त को एलबैंडाजोल की एक-एक गोली खिलाई जाएगी. बच्चों को टीमों द्वारा खाना खाने के बाद अपने व संबंधित अध्यापक के सामने गोली चबाकर खिलाई जाएगी. जो बच्चे इस दिन छूट जाएंगे उनको 20 अगस्त को मोपअप दिवस के दिन गोली खिलाई जाएगी.

क्या हैं कृमि के लक्षण
उन्होंने बताया कि बच्चों में खून की कमी कुपोषण, पेट में दर्द सूजन, उल्टी दस्त, भूख का न लगना व थकान जैसे सभी लक्षण कृमि संक्रमण के कारण हो सकते हैं.

खून की कमी करता है कृमि
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कृमि मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खाते हैं. जिससे शरीर में खून की कमी व शारीरिक व मानसिक वृद्धि में रूकावट होती है.

आपात स्थिति में क्या करें
मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने आगे कहा कि जिन बच्चों की आंत में अधिक कृमि होते हैं उन बच्चों को कभी-कभी दवाई लेने के बाद हल्का पेट दर्द व उल्टी जैसा महसूस हो सकता है.
यह साइड इफेक्ट अस्थाई होता है इसको स्कूल में ही संभाला जा सकता है.

ऐसी स्थिति में बच्चे को खुली छायादार जगह पर लिटाकर आराम करवाएं तथा पीने का साफ पानी या ओआरएस घोल दें. किसी आपातकालीन स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें या आपातकालीन 108 नंबर पर फोन करें.

नारनौल: जिले में आगामी 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सोमवार को सिविल सर्जन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया.

मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में 1 से 19 वर्ष के बच्चों को 8 अगस्त को एलबैंडाजोल की एक-एक गोली खिलाई जाएगी. बच्चों को टीमों द्वारा खाना खाने के बाद अपने व संबंधित अध्यापक के सामने गोली चबाकर खिलाई जाएगी. जो बच्चे इस दिन छूट जाएंगे उनको 20 अगस्त को मोपअप दिवस के दिन गोली खिलाई जाएगी.

क्या हैं कृमि के लक्षण
उन्होंने बताया कि बच्चों में खून की कमी कुपोषण, पेट में दर्द सूजन, उल्टी दस्त, भूख का न लगना व थकान जैसे सभी लक्षण कृमि संक्रमण के कारण हो सकते हैं.

खून की कमी करता है कृमि
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कृमि मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खाते हैं. जिससे शरीर में खून की कमी व शारीरिक व मानसिक वृद्धि में रूकावट होती है.

आपात स्थिति में क्या करें
मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने आगे कहा कि जिन बच्चों की आंत में अधिक कृमि होते हैं उन बच्चों को कभी-कभी दवाई लेने के बाद हल्का पेट दर्द व उल्टी जैसा महसूस हो सकता है.
यह साइड इफेक्ट अस्थाई होता है इसको स्कूल में ही संभाला जा सकता है.

ऐसी स्थिति में बच्चे को खुली छायादार जगह पर लिटाकर आराम करवाएं तथा पीने का साफ पानी या ओआरएस घोल दें. किसी आपातकालीन स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें या आपातकालीन 108 नंबर पर फोन करें.

Intro:1 से 19 वर्ष तक के लगभग 3 लाख बच्चों को 8 अगस्त को खिलाई जाएगी एलबैंडाजोल की गोली


नारनौल। जिले में आगामी 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमी मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम  को सफल बनाने के लिए आज सिविल सर्जन डा. सन्तलाल वर्मा की अध्यक्षता में सिविल सर्जन कार्यालय में बैठक का आयोजन किया। 

मेडिकल सुपरिटेंडेंट आशा शर्मा ने बताया कि जिले के सभी सरकारी व प्राईवेट स्कूलों व आगंनबाडी के 1 से 19 वर्ष के बच्चों को 8 अगस्त को एलबैंडाजोल की एक-एक गोली खिलाई जाएगी। जो बच्चे इस दिन छूट जाएंगे उनको 20 अगस्त को मोपअप दिवस के दिन गोली खिलाई जाएगी। 




Body:उन्होंने बताया कि बच्चों में खून की कमी कुपोषण, पेट में दर्द सूजन, उल्टी दस्त, भूख का ना लगना व थकान जैसे सभी लक्षण कृमी संक्रमण के कारण हो सकते हैं। कृमी मानव शरीर के जरूरी पोशक तत्व को खाते हैंं जिससे शरीर में खून की कमी व शारीरिक व मानसिक वृद्धि में रूकावट होती है। 

एमएस ने बताया कि सभी बच्चों को टीमों द्वारा खाना खाने के बाद अपने व संबन्धित अध्यापक के सामने गोली चबाकर खिलानी है। गोली खिलाने के बाद स्वच्छ पानी पिलाना है।  




Conclusion:उन्होंने बताया कि जिन बच्चों की आंत में अधिक कृमी होते हैं उन्हें कभी-कभी दवाई लेने के बाद हल्का पेट दर्द व उल्टी जैसा महसूस हो सकता है। यह साइड इफेक्ट अस्थाई होता है तथा स्कूल में ही संभाला जा सकता है। ऐसी स्थिति में बच्चे को खुली छायादार जगह पर लिटाकर आराम करवाएं तथा पीने का साफ पानी या ओआरएस दें। किसी आपातकालीन स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें या आपातकालीन 108 नंबर पर फोन करें। 

बाईट: मेडिकल सुपरिटेंडेंट आशा शर्मा, सिविल अस्पताल नारनौल।
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