नारनौल: जिले में आगामी 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सोमवार को सिविल सर्जन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया.
मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में 1 से 19 वर्ष के बच्चों को 8 अगस्त को एलबैंडाजोल की एक-एक गोली खिलाई जाएगी. बच्चों को टीमों द्वारा खाना खाने के बाद अपने व संबंधित अध्यापक के सामने गोली चबाकर खिलाई जाएगी. जो बच्चे इस दिन छूट जाएंगे उनको 20 अगस्त को मोपअप दिवस के दिन गोली खिलाई जाएगी.
क्या हैं कृमि के लक्षण
उन्होंने बताया कि बच्चों में खून की कमी कुपोषण, पेट में दर्द सूजन, उल्टी दस्त, भूख का न लगना व थकान जैसे सभी लक्षण कृमि संक्रमण के कारण हो सकते हैं.
खून की कमी करता है कृमि
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कृमि मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खाते हैं. जिससे शरीर में खून की कमी व शारीरिक व मानसिक वृद्धि में रूकावट होती है.
आपात स्थिति में क्या करें
मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने आगे कहा कि जिन बच्चों की आंत में अधिक कृमि होते हैं उन बच्चों को कभी-कभी दवाई लेने के बाद हल्का पेट दर्द व उल्टी जैसा महसूस हो सकता है.
यह साइड इफेक्ट अस्थाई होता है इसको स्कूल में ही संभाला जा सकता है.
ऐसी स्थिति में बच्चे को खुली छायादार जगह पर लिटाकर आराम करवाएं तथा पीने का साफ पानी या ओआरएस घोल दें. किसी आपातकालीन स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें या आपातकालीन 108 नंबर पर फोन करें.