कुरुक्षेत्र: इन दिनों भगवान शिव का प्रिय महीना सावन चल रहा है. ऐसे में भोलेनाथ के भक्त हरियाणा के विभिन्न जिलों से हरिद्वार कांवड़ यात्रा के लिए जा रहे हैं. वहीं, हरियाणा में भारी बारिश और बाढ़ के कारण कई नदियां उफान पर हैं. वहीं, कुरुक्षेत्र जिले के शाहबाद क्षेत्र में मार्कंडेय नदी में शुक्रवार के एक छोटे बच्चे को डूबने से बचाने के चलते 3 कांवड़िए मार्कंडेय नदी के तेज पानी के बहाव में बह गए थे.
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शुक्रवार से ही गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीम के तीनों कांवड़ियों को ढूंढने के लिए सर्च अभियान चलाया हुआ था. आज यानी शनिवार शाम के समय तीन कांवड़ियों में से दो कांवड़ियों के शव बरामद हो गए हैं. तीसरे कांवड़िये के लिए अभी भी सर्च अभियान जारी है. यह दोनों शव बरामद कर एनडीआरएफ की टीम ने पुलिस को फोन किया. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कुरुक्षेत्र एलएनजेपी नागरिक हॉस्पिटल में भिजवा दिया. शव का पोस्टमार्टम करवाकर पुलिस ने शव को उनके परिजनों को सौंप दिया है.
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जानकारी के अनुसार, कुरुक्षेत्र के गांव सुलखनी के तीन कांवड़िए गुरसेवक, अजीत और रमन मार्कंडेय नदी के पानी के तेज बहाव में बह गए थे. कांवड़िये मार्कंडेय नदी के मंदिर से करीब एक किलोमीटर आगे गन्ने के खेत के चारों ओर लगी कंटीली तारों में फंसे हुए थे. इन्हें कड़ी मशक्कत के बाद मार्कंडेय नदी के तेज पानी के बहाव से बाहर निकाला गया. इस घटना से गांव में मातम छाया हुआ है.
गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीम के द्वारा 2 कांवड़ियों के शव को मार्कंडेय नदी से बरामद कर लिया गया है. वहीं, तीसरे ढूंढने के लिए गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम में लगी हुई है. इन दोनों का कांवड़ियों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया था, जहां उनका पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है. दोनों कांवड़ियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. - नरेश, जांच अधिकारी