ETV Bharat / state

हरियाणा के स्कूलों में छात्र करेंगे गीता का अध्ययन और श्लोकों का उच्चारण- CM खट्टर

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अंतर्रराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव (Gita Jayanti Mahotsav 2021) चल रहा है. इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar lal Khattar) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om birla) ने शनिवार को कुरुक्षेत्र पहुंचे.

Gita Jayanti Mahotsav 2021
Gita Jayanti Mahotsav 2021
author img

By

Published : Dec 11, 2021, 9:22 PM IST

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar lal Khattar) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om birla) ने शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व केडीबी के संयुक्त तत्वावधान में 75वें आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में श्रीमद्भगवद्गीता के परिप्रेक्ष्य में विश्व गुरु भारत विषय पर आयोजित छठी अंतर्राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर (Gita Jayanti Mahotsav 2021) कार्यक्रम का शुभारंभ किया व सेमिनार की रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया.

इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अब विद्यालयों में भी छात्र गीता का अध्ययन करेंगे. अगले शैक्षणिक स्तर से प्रदेशभर के विद्यालयों में छात्रों से श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया जाएगा. इसके बाद पुस्तकों को लिखवाकर 5वीं व छठी कक्षा में पढ़ाया जाएगा. इस कार्यक्रम में 30 नए तीर्थों को जो चिन्हित किया गया है उसकी पीपीटी भी दिखाई गई. इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए 75 स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया.

ये भी पढ़ें- गीता जयंती में आकर्षण का केंद्र बने जंगम जोगी साधु, हाथ में नहीं लेते दान, बस करते हैं शिव का गुणगान

इस सभागार में सभी ने खड़े होकर इन स्वतंत्रता सेनानियों को मान सम्मान दिया. इस सेमिनार में 48 कोस के 164 तीर्थों के प्रतिनिधि भी शामिल थे. इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अगले शैक्षणिक स्तर से प्रदेशभर के विद्यालयों में छात्रों से श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया जाएगा. गीता किसी विशेष वर्ग के लिए नहीं यह विश्वव्यापी सार है. समाज में जितने विवाद, बुराई, ईर्ष्या, द्वेष, विश्व की कोई भी समस्या का समाधान गीता में है. सुखी जीवन जीने के लिए गीता को जीवन में अपनाना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने महाभारत से जुड़े स्थानों पर विकास करवाने का निर्णय लिया. कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के माध्यम से बजट दिया जा रहा है. 134 स्थानों में से 75 पर विकास से जुड़े काम चल रहे हैं. बचे हुए स्थानों की डिमांग मंगवाई गई है, वहां भी समितियों का गठन कर दिया गया है. इन स्थानों पर सरोवर, शौचालय व लोगों से जुड़ी सुविधाओं के काम करवाने में सरकार पीछे नहीं हटेगी, बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.

ये भी पढ़ें- अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में दिखा राजस्थानी लोकनृत्य कालबेलिया, झूम उठे दर्शक

मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता जयंती महोत्सव को विदेशों में भी मनाया जा रहा है. इससे पहले मॉरिशस, यूके में महोत्सव मनाया गया था. इस बार कोरोना की वजह से विदेशों में गीता जयंती महोत्सव नहीं मनाया गया. भविष्य में कोरोना महामारी के खत्म होने पर विदेशों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. हालांकि इस वर्ष वर्चुअल माध्यम से लोग अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव से जरूर जुड़ रहे हैं.

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत हमेशा विश्वगुरू रहा है. सबसे बड़ा, सशक्त, मजबूत, जनता के हाथों जनता के लिए बनाया गया लोकतंत्र भारत का है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कुरुक्षेत्र धर्म की धरती है जो हमेशा नई प्रेरणा देती है, नया संकल्प करवाती है और जीवन की दिशा दिखाती है. आज गीता दुनिया को अध्यात्म, संस्कृति, धर्म के कारण, अपने देशों के कारण मानवता को जीने की राह दिखाती है. गीता हमें कर्म करने की प्रेरणा देती है. जीवन जीने की राह व संस्कार सिखाती है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv bharat app

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar lal Khattar) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om birla) ने शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व केडीबी के संयुक्त तत्वावधान में 75वें आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में श्रीमद्भगवद्गीता के परिप्रेक्ष्य में विश्व गुरु भारत विषय पर आयोजित छठी अंतर्राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर (Gita Jayanti Mahotsav 2021) कार्यक्रम का शुभारंभ किया व सेमिनार की रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया.

इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अब विद्यालयों में भी छात्र गीता का अध्ययन करेंगे. अगले शैक्षणिक स्तर से प्रदेशभर के विद्यालयों में छात्रों से श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया जाएगा. इसके बाद पुस्तकों को लिखवाकर 5वीं व छठी कक्षा में पढ़ाया जाएगा. इस कार्यक्रम में 30 नए तीर्थों को जो चिन्हित किया गया है उसकी पीपीटी भी दिखाई गई. इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए 75 स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया.

ये भी पढ़ें- गीता जयंती में आकर्षण का केंद्र बने जंगम जोगी साधु, हाथ में नहीं लेते दान, बस करते हैं शिव का गुणगान

इस सभागार में सभी ने खड़े होकर इन स्वतंत्रता सेनानियों को मान सम्मान दिया. इस सेमिनार में 48 कोस के 164 तीर्थों के प्रतिनिधि भी शामिल थे. इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अगले शैक्षणिक स्तर से प्रदेशभर के विद्यालयों में छात्रों से श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया जाएगा. गीता किसी विशेष वर्ग के लिए नहीं यह विश्वव्यापी सार है. समाज में जितने विवाद, बुराई, ईर्ष्या, द्वेष, विश्व की कोई भी समस्या का समाधान गीता में है. सुखी जीवन जीने के लिए गीता को जीवन में अपनाना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने महाभारत से जुड़े स्थानों पर विकास करवाने का निर्णय लिया. कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के माध्यम से बजट दिया जा रहा है. 134 स्थानों में से 75 पर विकास से जुड़े काम चल रहे हैं. बचे हुए स्थानों की डिमांग मंगवाई गई है, वहां भी समितियों का गठन कर दिया गया है. इन स्थानों पर सरोवर, शौचालय व लोगों से जुड़ी सुविधाओं के काम करवाने में सरकार पीछे नहीं हटेगी, बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.

ये भी पढ़ें- अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में दिखा राजस्थानी लोकनृत्य कालबेलिया, झूम उठे दर्शक

मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता जयंती महोत्सव को विदेशों में भी मनाया जा रहा है. इससे पहले मॉरिशस, यूके में महोत्सव मनाया गया था. इस बार कोरोना की वजह से विदेशों में गीता जयंती महोत्सव नहीं मनाया गया. भविष्य में कोरोना महामारी के खत्म होने पर विदेशों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. हालांकि इस वर्ष वर्चुअल माध्यम से लोग अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव से जरूर जुड़ रहे हैं.

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत हमेशा विश्वगुरू रहा है. सबसे बड़ा, सशक्त, मजबूत, जनता के हाथों जनता के लिए बनाया गया लोकतंत्र भारत का है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कुरुक्षेत्र धर्म की धरती है जो हमेशा नई प्रेरणा देती है, नया संकल्प करवाती है और जीवन की दिशा दिखाती है. आज गीता दुनिया को अध्यात्म, संस्कृति, धर्म के कारण, अपने देशों के कारण मानवता को जीने की राह दिखाती है. गीता हमें कर्म करने की प्रेरणा देती है. जीवन जीने की राह व संस्कार सिखाती है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv bharat app

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.