कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (Gita Mahotsav in Kurukshetra) चल रहा है. जिसमें सैकड़ों कलाकार पहुंचकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. ईटीवी भारत आपको ऐसे मनोरंजन करने वाले कलाकारों के बारे में दिखा रहा है. अब हम आपको मिलाएंगे बीन कलाकारों (been sapera artist in gita mahotsav) से जो अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अपनी कलाकारी से लोगों का खूब मनोरंजन कर रहे हैं. पानीपत के वजीरपुर गांव से आए सपेरों की टोली के मुख्य कलाकार विनोद नाथ ने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर आ रहे हैं और यहां पर आए हुए लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वह अपने बीन तुंबा की कलाकारी से लोगों को मनोरंजन कर रहे हैं. सपेरा जाति आदिकाल से चलती आ रही है जो सांपों को पकड़ने के साथ-साथ सांप के खेल लोगों को दिखाया करते थे, लेकिन जब से सरकार ने सांप पकड़ने पर पाबंदी लगाई है तब से सपेरा जाति के लोग अपने बीन तुम्बा बजाकर लोगों का मनोरंजन करते हैं और अपना परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं.
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जब यह सपेरों की टोली अपना बीन तुम्बा बजाते हैं तो एक अलग ही समा बांध देते हैं. जिसको देखकर लोग उनकी बीन पर नाच उठते हैं. विनोद नाथ ने कहा कि पहले सांपों का खेल दिखाने से वह अपनी रोजी-रोटी चला रहे थे, लेकिन अब पाबंदी के कारण उनको अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है. उनके गांव में एकमात्र वह सबसे कम आयु के बीन बजाने वाले सपेरे हैं जो बीन बजाते हैं.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (Kurukshetra Gita Mahotsav) में 2 से 19 दिसंबर तक सरस और शिल्प मेला चल रहा है तथा मुख्य मंच के कार्यक्रम 14 दिसंबर तक चलेंगे और 14 दिसंबर को गीता जयंती के पावन पर्व पर दीपोत्सव कार्यक्रम भी होगा. ये कार्यक्रम भी एक अदभुत कार्यक्रम होगा.
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